अंधा पति क्राइम स्टोरी
एक शहर में एक अंधा लड़का रहता था उसका नाम राजवीर था उसकी उम्र 27 साल की थी और वह एक क्लब का मालिक था उसके पास बहुत धन दौलत थी लेकिन उसके माता-पिता नहीं थे वह अकेले ही रहता था उसी शहर में एक प्रीति नाम की लड़की भी रहती थी जिसकी उम्र 24 साल थी उसका एक बॉयफ्रेंड भी था
जिसका नाम रवि था वह दोनों बहुत प्यार करते थे लेकिन यह दोनों बहुत लालची थे 1 दिन रवि और प्रीती ने सोचा क्यों ना हम राजवीर की धन दौलत पर कब्जा कर ले उसके पास 20 करोड़ की प्रॉपर्टी है हमारी जिंदगी बड़े आसान से कट जाएगी
तभी रवि के मन में एक विचार आया उसने प्रीति से कहा कि तुम राजवीर से शादी कर लो तो प्रीति बोली कि तुम पागल हो गए हो मैं तुमसे प्यार करती हूं तो मैं रवि से शादी कैसे कर सकती हूं रवि कहता है कि मैं नकली शादी की बात कर रहा हूं और जब तुम राजवीर से शादी कर लोगी तो मैं भी तुम्हारे साथ राजवीर के घर पर ही रहूंगा
क्योंकि राजवीर तो अंधा है उसे क्या पता चलेगा तब दोनों मिलकर राजवीर को मार देंगे तब उसकी सारी प्रॉपर्टी हमारे नाम हो जाएगी क्योंकि कानून के नजर में राजवीर की बीवी तुम रहोगी फिर प्रीति तैयार हो जाती है और कुछ दिन के बाद राजवीर से शादी कर लेती है शादी के पहले दिन जब राजवीर और प्रीति बैडरूम मैं होते हैं तब वही रवि भी मौजूद होता है
लेकिन राजवीर को इसके बारे में कुछ नहीं पता होता कि मेरे साथ क्या चल रहा है तब वह अपनी बीवी से बात करता है कि कुछ लोग शादी वाले दिन सच कह रहे थे कि दुल्हन को देखकर समझ नहीं आ रहा कि इंसान के रूप में अप्सरा या अप्सरा के रूप में इंसान हो या परी प्रीति ने पूछा कि तुमने क्या कहा
तब रवि ने कहा मैं तुम्हारी खूबसूरती l देख नहीं सकता लेकिन उसे महसूस कर सकता हूं यह चेहरा चांद की तरह सुंदर तुम्हारी यह आंखें जैसे चमकता हुआ कोई सितारा और तुम्हारी आवाज मुझे जैसे संगीतकार के लिए प्रेरणा है थोड़ी देर बाद प्रीति राजवीर के लिए दूध लेने जाती है और उस दूध में रवि नींद की गोली मिला देता है
तब राजवीर दूध पीकर सो जाता है अगले दिन सुबह जब रवि और प्रीती दोनों बातें करते हैं तब तक राजवीर वहां आ जाता है और बोलता है कि प्रीति मैंने किसी की आवाज सुनी यहां पर कोई आया है क्या प्रीति बोली नहीं यहां तो कोई नहीं आया मैं फोन में वीडियो देख रही थी
प्रीति कहती है कि मैंने तुम्हारे लिए आमलेट बनाया है तब राजवीर कहता है कि कल के लिए सॉरी मैं रात को सो गया था मुझे पता ही नहीं चला प्रीति बोली कल रात सो गए थे तो क्या हुआ अब तो सारी रात साथ में बितानी है और राजवीर को आमलेट खिलाती है फिर प्रीति और रवि दोनों मिलकर राजवीर को रोज रात को नींद की गोली देते रहते हैं
फिर 1 दिन प्रीति राजवीर से कहती है कि तुम मुझे पियानो बजा के दिखाओ तब राजवीर कहता है कि तुम क्या सुनना पसंद करोगी प्रीति कहती है कि कोई रोमांटिक गाना प्रीति और रवि दोनों उसी गाने पर रोमांस करते हैं तभी अचानक एक औरत गेट खोलती है जैसे ही गेट खुलता है रवि पर्दे के पीछे छुप जाता है
तो औरत बोलती है राजवीर बेटा तभी प्रीति राजवीर से पूछती है यह कौन है राजवीर कहता है यह सरला आंटी है हमारे पड़ोस में रहती है तब सरला प्रीति से बोलती है अभी अभी तो मिले थे हमें भूल गई मैंने तुम्हें शादी में डिनर सेट गिफ्ट में दिया था तब प्रीति कहती है कि हां मुझे याद आ गया
तब सरला आंटी कहती है कि मेरे भतीजे को पियानो बजाना सिखा देना राजवीर तब राजवीर बोलता है कि ठीक है में सीका दूंगा तभी अचानक सरला आंटी पर्दे को हिलता हुआ देखती है तो उस पर्दे की तरफ जाने लगती है तब प्रीति चौक जाती है और साला आंटी को बातों में पुसलाकर भेज देती है
उसके बाद राजवीर सरला आंटी के भतीजे को अपने घर पर पियानो दिखाने लगता है फिर प्रीति राजवीर से पूछती है आंटी को मकान की चाबी क्यों दे रखी है तो राजवीर बोला एमरजैंसी के लिए दी थी तो प्रीति बोली तब तुम अकेले रहते थे अब मैं भी तुम्हारे साथ रहती हूं तो अब एमरजैंसी कैसी क्या हम उनसे चाबी ले सकते हैं
तब वह कहता है हां ले सकते हो मगर कभी आप और हम घर के बाहर लॉक हो गए तो प्रीति तुम चिंता मत करो सरला आंटी पर मुझे पूरा भरोसा है वह हमारी फैमिली की तरह है हमारी चीज उनके पास रहने से हमें कोई प्रॉब्लम नहीं है इतना कहकर राजवीर अपने क्लब जाने लगता है तभी उसे कुछ शक होता है
और वह अपने ड्राइवर को कहता है कि तुम घर पर ही रहो घर का काम देखो मैं कैप मंगा लूंगा राजवीर ड्राइवर को घर की मास्टर चाबी देकर चला जाता है ड्राइवर जैसे ही घर का दरवाजा खोलता है रवि सोफे के पीछे छुप जाता है तभी प्रीति ड्राइवर से कहती है कि तुम्हारे पास चाबी कहां से आई तब ड्राइवर प्रीति को सारी बात बताता है
तब प्रीति कहती है ठीक है जाओ ऊपर की सफाई करो और वह ऊपर चला जाता है तब रवि प्रीति से कहता है तुम्हारा पति पागल है क्या हर किसी को चाबी देता फिरता है तब प्रीति करती है धीरे बोलो मेरे पास एक अच्छा प्लान है अगले दिन प्रीति आंटी के घर जाती है
तब आंटी कहती है प्रीति तुम तब प्रीति कहती है कि मेरे सर में दर्द हो रहा है क्या आपके पास दर्द की कोई दवाई है तब आंटी दवाई लेने कमरे में चली जाती है तो प्रीति उसके घर से चाबी चुरा लेती है और वह दवाई लेकर अपने घर आ जाती है और फिर 1 दिन अपना हार ड्राइवर के अलमारी में रख देती है
जैसे ही राजवीर घर आता है तो प्रीति जोर जोर से रोने लगती है तब राजवीर कहता है कि तुम क्यों रो रही हो तब वह कहती है मेरा हर खो गया है तब राजवीर कहता है तुम कहीं इधर उधर रख कर भूल गई होगी तुम चिंता मत करो मिल जाएगा तब प्रीति बोली नहीं राजवीर मैंने उसे बहुत संभाल कर अलमारी में रखा था
और कहती है कि आज ड्राइवर साफ सफाई करने के बहाने आया था उसी ने लिया होगा तब राजवीर बोला नहीं वह बहुत अच्छा इंसान हैं वह ऐसा नहीं कर सकता तब प्रीति बोली अच्छा चलो उसके कमरे में चेक करते हैं अभी पता चल जाएगा वह राजगीर को लेकर ड्राइवर के कमरे में जाती है और उसकी अलमारी में ढूंढती है
तब ड्राइवर बोलता है क्या हुआ आप मेरी अलमारी में क्या देख रही हैं प्रीति बोलती है अभी पता चल जाएगा और वह हार निकालकर राजवीर को दिखाती है तब राजवीर ड्राइवर को बोलता है कि तुम इतने बुरे इंसान हो तुमने मेरा भरोसा तोड़ा है तुम्हें यहां रहने की जरूरत नहीं है अभी अपना सामान बांधों और निकल जाओ
तब ड्राइवर बोला मालिक मैंने कोई चोरी नहीं की पता नहीं यह मेरी अलमारी में कैसे आ गया लेकिन राजवीर उसकी कोई बात नहीं मानता और वह ड्राइवर को निकाल देता है फिर राजवीर अपने कमरे में जाकर उदास बैठ जाता है प्रीति उसके लिए दूध लाती है उसमें नींद की गोली मिला देती है तब राजवीर दूध पीकर सो जाता है
फिर एक दिन सरला आंटी प्रीति के घर जाती है उसे शक होता है कि प्रीति राजवीर के साथ खेल रही है उसके साथ और भी कोई रहता है तब वह ताक झांक करने लगती है तभी अचानक उसके हाथ से गमला गिर जाता है तो प्रीति भागकर आती है और सरला आंटी को देखकर बोलती है
आंटी आप तब आंटी लड़खड़ा कर बोली तुम्हारी चाबी जो मेरे पास थी वह खो गई है 2 दिन हो गए चाबी नहीं मिल रही कहीं यही तो नहीं छूट गई तब प्रीति बोली नहीं आंटी आपने यहां पर कोई चाबी नहीं छोड़ी वैसे भी आपको अब चाबी रखने की कोई जरूरत नहीं क्योंकि मैं आ गई हूं राजवीर की जिंदगी में इतना सुनकर आंटी जाने लगती है उसी वक्त वह राजवीर को छुपा हुआ देखती है
लेकिन बिना कुछ बोले चली जाती है 1 दिन राजवीर डॉक्टर के पास जाता है और बोलता है कि पता नहीं मुझे क्या हो गया है नींद बहुत आती है रात में पता नहीं कब मैं सो जाता हूं डॉक्टर चेक करने के बाद बोलता है तुम्हें नींद की गोली की जरूरत कब से पड़ने लगी तब राजवीर बोला नहीं डॉक्टर मैं तो आपसे बिना पूछे तो सर दर्द की भी गोली नहीं लेता
डॉक्टर बोला नहीं आपको कई दिनों से नींद की गोली दी जा रही है ऐसे ही तुम नींद की गोली लेते रहे तो तुम्हें कभी भी हार्ड अटैक आ सकता है और तुम्हारी जान भी जा सकती है तब राजवीर को याद आता है कि प्रीति मुझे डेली दूर देती है उसके बाद मुझे पता ही नहीं चलता कि मैं कब सो गया फिर राजवीर डॉक्टर को धन्यवाद बोल कर चला जाता है
तभी रास्ते में सरला आंटी मिल जाती है और राजगीर से कहती है कि हमारी जो प्रीति बहू है उसका किसी के साथ गैर संबंध चल रहा है और वह लड़का आपके ही घर में रहता है तब राजवीर बोला नहीं आंटी ऐसा नहीं हो सकता आंटी बोली बेटा मैं तो चाहती हूं कि ऐसा ही हो लेकिन मुझे शक है इसलिए मैं कह रही हूं
इतना बोल कर सरला आंटी चली जाती है राजवीर अपने घर जाता है और गुस्से में सारा समान तोड़फोड़ करने लगता है तब प्रीति बोलती है कि तुम्हें क्या हुआ तुम इतने गुस्से में क्यों हो तब राजवीर बोला इस घर में कोई है कौन है इतना बोलते बोलते वो उस लड़के को ढूंढने लगता है
तभी प्रीति बोलती है कि कोई नहीं है यह आपका भ्रम है लेकिन राजवीर को विश्वास नहीं होता कि घर में कोई नहीं है और वह बार-बार उसे ढूंढता है तब प्रीति गुस्से में बोलती है कि तुम पागल हो गए हो क्या तब राजवीर बोला हां मैं पागल हो गया हूं मैंने तुम्हें कहा था मुझे झूठ मत बोलना और तुमने झूठ कहा
अभी मुझे सरला आंटी ने बताया कि तुम्हारे साथ किसी आदमी को देखा था वह भी अपने ही घर में यहां तक कि डॉक्टर ने भी मुझे कहा कि तुम्हें नींद की गोली दी जा रही है और बोला तुम मुझसे प्यार नहीं करती मैं तुम्हारे हाथ जोड़ता हूं तुम अभी उसके साथ चली जाओ मैं तुम्हें जाने से नहीं रोकुंगा
तब प्रीति रोते हुए बोली ऐसा कुछ नहीं है रही बात आंटी की उन्होंने तुम्हें झूठ बोला है भड़काया है पता है क्यो क्योंकि दोपहर को उन्होंने घर में आने की जरूरत की थी क्योंकि वह मुझ पर शक करती हैं वहीं उन्होंने आपके दिमाग में डाल दिया और आप मुझ पर शक कर रहे हैं मैं ऐसा कभी नहीं कर सकती
रही बात गोली की तो तुम्हारे कितने दुश्मन हैं हो सकता है किसी ने यह हरकत की हो लेकिन मैं ऐसा कभी नहीं कर सकती और राजवीर को बहला-फुसलाकर मना लेती है राजवीर भी मान जाता है प्रीति पर विश्वास कर लेता है और कहता है कि मुझे माफ कर दो मैं किसी और की बातों में आकर तुम पर शक किया प्रीति बोली कोई बात नहीं तब राजवीर अपने आप को कोसने लगता है
और रोता है तभी प्रीति बोली आप रो मत अब मैं जैसा कहूंगी तुम वैसा ही करना मैं जो खिलाऊंगी वही खाना तब आपको कोई नहीं गोली खिला सकेगा और कल हम दोनों घूमने जाएंगे फिर अगले दिन प्रीति उसे घुमाने पहाड़ियों पर ले जाती है वहां पहुंचकर बोलती है
कि वाह कितना सुंदर जगह है तब राजवीर बोला तुम खुश हो ना प्रीति बोली हां अच्छा मैंने पढ़ा था कि जो लोग देख नहीं सकते उनकी आहट पहचानने की शक्ति और तेज होती है राजवीर बोला तुमने सही पढ़ा था प्रीति बोली अच्छा ठीक है तो फिर एक गेम खेलते हैं लुका छुपी तब वो तैयार हो जाता है
प्रीति बोली अच्छा ठीक है तुम मुझे पकड़ो तब प्रीति आवाज लगाती है राजवीर उसे पकड़ने के लिए उसकी तरफ आता है और प्रीति सोचती है कि राजवीर को पहाड़ से गिरा दूं तो सब खेल खत्म हो जाएगा जैसे ही राजवीर पहाड़ से गिरने वाला होता है तभी अचानक ड्राइवर वहां आ जाता है और राजवीर को बचा लेता है
तब ड्राइवर एक वीडियो प्रीति और रवि को दिखाता है वीडियो देखकर दोनों डर जाते हैं तभी राजवीर चौक कर कहता है ड्राइवर तुम कैसे और प्रीति कहां हैं तभी ड्राइवर बोला भैया मैडम एकदम ठीक है मैं इधर से गुजर रहा था तो मैंने आपकी गाड़ी देखी तो मैंने सोचा आप से मिल लूं आप ठीक है ना तब प्रीति ड्राइवर को धन्यवाद करती है
और कहती है अच्छा हुआ तुमने इनकी जान बचा ली तब ड्राइवर बोला इसमें धन्यवाद की क्या बात है सालों से हमने आपका नमक खाया है यह तो हमारा फर्ज है अच्छा है आप हमें मिल गई आपसे हम माफी मांगना चाहते थे लेकिन एक प्रार्थना है आप हमें नौकरी पर रख लीजिए तब राजवीर बोला नहीं ड्राइवर तुमने हमें बचाया है इसके लिए धन्यवाद लेकिन तुम्हें नौकरी पर वापस नहीं रख सकते
तभी ड्राइवर प्रीति की तरफ इशारा करता है तब प्रीति राजवीर से बोलती है रख लीजिए बेचारे को बहुत गरीब इंसान हैं उसका बहुत एहसान है हमारे ऊपर अब वह ऐसा नहीं करेगा माफ कर दीजिए ना राजवीर जी तब राजवीर बोला अगर तुम कह रही हो तो ठीक है तब ड्राइवर को कल से काम पर आने को बोल देता है
और सब लोग अपने अपने घर चले जाते हैं और प्रीति की योजना असफल हो जाती है अगले दिन ड्राइवर प्रीति और रवि को बोलता है कि मुझे तो उसी दिन से शक हो गया जिस दिन तुमने मुझ पर चोरी का इल्जाम लगाकर नौकरी से निकाला था तब से मैं इस घर पर नजर रखने लगा तब पता चला कि हमारी मैडम के तो दो-दो पति हैं
तब रवि गुस्से मैं ड्राइवर का कॉलर पकड़ के बोला जबान संभाल कर बात कर नहीं तो तेरा मुंह तोड़ दूंगा तभी प्रीति रवि को समझाती है और रवि को उसका काला छोड़ने को कहती है और ड्राइवर से कहती है कि तुम्हें क्या चाहिए तब ड्राइवर बोला वही जो तुम्हें चाहिए राजवीर की 20 करोड़ की प्रॉपर्टी है और बिजनेस भी मुझे उसमें से सिर्फ पांच करोड़ चाहिए
तब प्रीति गुस्से में बोली ऐसे ही नहीं मिल जाते पांच करोड़ इसके लिए तुम्हें हमारी मदद करनी पड़ेगी तब ड्राइवर बोला कैसी मदद प्रीति बोली उसके लिए मेरे पास एक प्लान है
लेकिन राजवीर एक अंधा था उसने अपनी कामयाबी से अपने बिजनेस और प्रॉपर्टी को संभाल कर रखा था लेकिन वह यह नहीं जानता था कि जिससे मैंने शादी की है वह मुझे बर्बाद करने के लिए आई है
एक दिन राजवीर पियानो बजा रहा था प्रीति गुनगुना रही थी तभी अचानक उसके घर में दो चोर आए वह दोनों ड्राइवर और रवि थे प्रीति डरने का नाटक करती है और चिल्लाती है तो राजवीर ने पूछा क्या हुआ तब प्रीति बताती है कि घर में चोर घुस गए हैं तब राजवीर बोलता है मेरे घर में चोर तब चोरों से बोला कि मेरी बीवी को छोड़ दो तुम्हें जो कुछ चाहिए वह सब ले जाओ
तब राजवीर शांत होकर आहट सुनता है और ड्राइवर को पकड़ लेता है और पहचान जाता है और उसे मारने लगता है तभी रवि पीछे से आकर राजवीर के सर पर जोर से डंडा मारता है और वह मर जाता है तब ड्राइवर प्रीति से बोलता है कि राजवीर तो मर गया अब जल्दी से पुलिस को फोन करो प्रीति पुलिस को फोन करती है
और बोलती है मेरे घर में दो चोर घुस गए हैं उसने राजवीर और ड्राइवर को मार दिया है आप जल्दी से घर आ जाएं यह बात सुनकर ड्राइवर डर जाता है और प्रीति से बोलता है यह तुम क्या कह रही हो तभी रवि ड्राइवर को भी जान से मार देता है थोड़ी देर में पुलिस आ जाती है और पूछताछ करने लगती है पूछताछ करके लाश को पोस्टमार्टम के लिए ले कर चली जाती है
उसके बाद ड्राइवर की लाश ड्राइवर के घर पहुंचा देती है और राजवीर की लाश प्रीति को दे देती है प्रीति और रवि लाश का अंतिम संस्कार करने चले जाते हैं सब रीति रिवाज पूरे होने के बाद पंडित बोलता है कि इन्हें अग्नि कौन देगा प्रीति बोलती है कि मैं इन्हें अग्नि दूंगी तभी आंटी पुलिस को लेकर वहां आ जाती है प्रीति और रवि से कहती है कि मुझे तो पहले से ही पता था
मैंने राजवीर को भी बहुत समझाया लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी जब मैंने राजवीर और ड्राइवर की मौत की खबर सुनी तब मुझे लगा जरूर कुछ गड़बड़ है और मैं तुम्हारे घर देखने गई लेकिन तुम्हारे घर कुछ नहीं मिला तब मुझे ध्यान आया जरूर ड्राइवर के घर में कुछ मिलेगा और मैं ड्राइवर के घर चली गई तब मुझे उसका फोन मिला फोन में वीडियो देखकर मैं चौक गई
तब मैंने यह फोन पुलिस को दे दिया और पुलिस को पता चल गया कि तुमने राजवीर से शादी उसकी दौलत हड़पने के लिए की थी ड्राइवर तुम्हें ब्लैकमेल कर रहा था इसलिए तुमने दोनों को मार दिया रवि और प्रीति को पुलिस पकड़ ले जाती है और उन्हें उम्र भर की सजा सुना देती
इस क्राइम स्टोरी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि "देने के लिए दान "लेने के लिए ज्ञान" त्यागने के लिए लालच और अभिमान जरूरी है"
जिसका नाम रवि था वह दोनों बहुत प्यार करते थे लेकिन यह दोनों बहुत लालची थे 1 दिन रवि और प्रीती ने सोचा क्यों ना हम राजवीर की धन दौलत पर कब्जा कर ले उसके पास 20 करोड़ की प्रॉपर्टी है हमारी जिंदगी बड़े आसान से कट जाएगी
तभी रवि के मन में एक विचार आया उसने प्रीति से कहा कि तुम राजवीर से शादी कर लो तो प्रीति बोली कि तुम पागल हो गए हो मैं तुमसे प्यार करती हूं तो मैं रवि से शादी कैसे कर सकती हूं रवि कहता है कि मैं नकली शादी की बात कर रहा हूं और जब तुम राजवीर से शादी कर लोगी तो मैं भी तुम्हारे साथ राजवीर के घर पर ही रहूंगा
अंधा पति crime story
क्योंकि राजवीर तो अंधा है उसे क्या पता चलेगा तब दोनों मिलकर राजवीर को मार देंगे तब उसकी सारी प्रॉपर्टी हमारे नाम हो जाएगी क्योंकि कानून के नजर में राजवीर की बीवी तुम रहोगी फिर प्रीति तैयार हो जाती है और कुछ दिन के बाद राजवीर से शादी कर लेती है शादी के पहले दिन जब राजवीर और प्रीति बैडरूम मैं होते हैं तब वही रवि भी मौजूद होता है
लेकिन राजवीर को इसके बारे में कुछ नहीं पता होता कि मेरे साथ क्या चल रहा है तब वह अपनी बीवी से बात करता है कि कुछ लोग शादी वाले दिन सच कह रहे थे कि दुल्हन को देखकर समझ नहीं आ रहा कि इंसान के रूप में अप्सरा या अप्सरा के रूप में इंसान हो या परी प्रीति ने पूछा कि तुमने क्या कहा
तब रवि ने कहा मैं तुम्हारी खूबसूरती l देख नहीं सकता लेकिन उसे महसूस कर सकता हूं यह चेहरा चांद की तरह सुंदर तुम्हारी यह आंखें जैसे चमकता हुआ कोई सितारा और तुम्हारी आवाज मुझे जैसे संगीतकार के लिए प्रेरणा है थोड़ी देर बाद प्रीति राजवीर के लिए दूध लेने जाती है और उस दूध में रवि नींद की गोली मिला देता है
तब राजवीर दूध पीकर सो जाता है अगले दिन सुबह जब रवि और प्रीती दोनों बातें करते हैं तब तक राजवीर वहां आ जाता है और बोलता है कि प्रीति मैंने किसी की आवाज सुनी यहां पर कोई आया है क्या प्रीति बोली नहीं यहां तो कोई नहीं आया मैं फोन में वीडियो देख रही थी
प्रीति कहती है कि मैंने तुम्हारे लिए आमलेट बनाया है तब राजवीर कहता है कि कल के लिए सॉरी मैं रात को सो गया था मुझे पता ही नहीं चला प्रीति बोली कल रात सो गए थे तो क्या हुआ अब तो सारी रात साथ में बितानी है और राजवीर को आमलेट खिलाती है फिर प्रीति और रवि दोनों मिलकर राजवीर को रोज रात को नींद की गोली देते रहते हैं
फिर 1 दिन प्रीति राजवीर से कहती है कि तुम मुझे पियानो बजा के दिखाओ तब राजवीर कहता है कि तुम क्या सुनना पसंद करोगी प्रीति कहती है कि कोई रोमांटिक गाना प्रीति और रवि दोनों उसी गाने पर रोमांस करते हैं तभी अचानक एक औरत गेट खोलती है जैसे ही गेट खुलता है रवि पर्दे के पीछे छुप जाता है
तो औरत बोलती है राजवीर बेटा तभी प्रीति राजवीर से पूछती है यह कौन है राजवीर कहता है यह सरला आंटी है हमारे पड़ोस में रहती है तब सरला प्रीति से बोलती है अभी अभी तो मिले थे हमें भूल गई मैंने तुम्हें शादी में डिनर सेट गिफ्ट में दिया था तब प्रीति कहती है कि हां मुझे याद आ गया
तब सरला आंटी कहती है कि मेरे भतीजे को पियानो बजाना सिखा देना राजवीर तब राजवीर बोलता है कि ठीक है में सीका दूंगा तभी अचानक सरला आंटी पर्दे को हिलता हुआ देखती है तो उस पर्दे की तरफ जाने लगती है तब प्रीति चौक जाती है और साला आंटी को बातों में पुसलाकर भेज देती है
उसके बाद राजवीर सरला आंटी के भतीजे को अपने घर पर पियानो दिखाने लगता है फिर प्रीति राजवीर से पूछती है आंटी को मकान की चाबी क्यों दे रखी है तो राजवीर बोला एमरजैंसी के लिए दी थी तो प्रीति बोली तब तुम अकेले रहते थे अब मैं भी तुम्हारे साथ रहती हूं तो अब एमरजैंसी कैसी क्या हम उनसे चाबी ले सकते हैं
तब वह कहता है हां ले सकते हो मगर कभी आप और हम घर के बाहर लॉक हो गए तो प्रीति तुम चिंता मत करो सरला आंटी पर मुझे पूरा भरोसा है वह हमारी फैमिली की तरह है हमारी चीज उनके पास रहने से हमें कोई प्रॉब्लम नहीं है इतना कहकर राजवीर अपने क्लब जाने लगता है तभी उसे कुछ शक होता है
और वह अपने ड्राइवर को कहता है कि तुम घर पर ही रहो घर का काम देखो मैं कैप मंगा लूंगा राजवीर ड्राइवर को घर की मास्टर चाबी देकर चला जाता है ड्राइवर जैसे ही घर का दरवाजा खोलता है रवि सोफे के पीछे छुप जाता है तभी प्रीति ड्राइवर से कहती है कि तुम्हारे पास चाबी कहां से आई तब ड्राइवर प्रीति को सारी बात बताता है
तब प्रीति कहती है ठीक है जाओ ऊपर की सफाई करो और वह ऊपर चला जाता है तब रवि प्रीति से कहता है तुम्हारा पति पागल है क्या हर किसी को चाबी देता फिरता है तब प्रीति करती है धीरे बोलो मेरे पास एक अच्छा प्लान है अगले दिन प्रीति आंटी के घर जाती है
तब आंटी कहती है प्रीति तुम तब प्रीति कहती है कि मेरे सर में दर्द हो रहा है क्या आपके पास दर्द की कोई दवाई है तब आंटी दवाई लेने कमरे में चली जाती है तो प्रीति उसके घर से चाबी चुरा लेती है और वह दवाई लेकर अपने घर आ जाती है और फिर 1 दिन अपना हार ड्राइवर के अलमारी में रख देती है
जैसे ही राजवीर घर आता है तो प्रीति जोर जोर से रोने लगती है तब राजवीर कहता है कि तुम क्यों रो रही हो तब वह कहती है मेरा हर खो गया है तब राजवीर कहता है तुम कहीं इधर उधर रख कर भूल गई होगी तुम चिंता मत करो मिल जाएगा तब प्रीति बोली नहीं राजवीर मैंने उसे बहुत संभाल कर अलमारी में रखा था
और कहती है कि आज ड्राइवर साफ सफाई करने के बहाने आया था उसी ने लिया होगा तब राजवीर बोला नहीं वह बहुत अच्छा इंसान हैं वह ऐसा नहीं कर सकता तब प्रीति बोली अच्छा चलो उसके कमरे में चेक करते हैं अभी पता चल जाएगा वह राजगीर को लेकर ड्राइवर के कमरे में जाती है और उसकी अलमारी में ढूंढती है
तब ड्राइवर बोलता है क्या हुआ आप मेरी अलमारी में क्या देख रही हैं प्रीति बोलती है अभी पता चल जाएगा और वह हार निकालकर राजवीर को दिखाती है तब राजवीर ड्राइवर को बोलता है कि तुम इतने बुरे इंसान हो तुमने मेरा भरोसा तोड़ा है तुम्हें यहां रहने की जरूरत नहीं है अभी अपना सामान बांधों और निकल जाओ
तब ड्राइवर बोला मालिक मैंने कोई चोरी नहीं की पता नहीं यह मेरी अलमारी में कैसे आ गया लेकिन राजवीर उसकी कोई बात नहीं मानता और वह ड्राइवर को निकाल देता है फिर राजवीर अपने कमरे में जाकर उदास बैठ जाता है प्रीति उसके लिए दूध लाती है उसमें नींद की गोली मिला देती है तब राजवीर दूध पीकर सो जाता है
फिर एक दिन सरला आंटी प्रीति के घर जाती है उसे शक होता है कि प्रीति राजवीर के साथ खेल रही है उसके साथ और भी कोई रहता है तब वह ताक झांक करने लगती है तभी अचानक उसके हाथ से गमला गिर जाता है तो प्रीति भागकर आती है और सरला आंटी को देखकर बोलती है
आंटी आप तब आंटी लड़खड़ा कर बोली तुम्हारी चाबी जो मेरे पास थी वह खो गई है 2 दिन हो गए चाबी नहीं मिल रही कहीं यही तो नहीं छूट गई तब प्रीति बोली नहीं आंटी आपने यहां पर कोई चाबी नहीं छोड़ी वैसे भी आपको अब चाबी रखने की कोई जरूरत नहीं क्योंकि मैं आ गई हूं राजवीर की जिंदगी में इतना सुनकर आंटी जाने लगती है उसी वक्त वह राजवीर को छुपा हुआ देखती है
लेकिन बिना कुछ बोले चली जाती है 1 दिन राजवीर डॉक्टर के पास जाता है और बोलता है कि पता नहीं मुझे क्या हो गया है नींद बहुत आती है रात में पता नहीं कब मैं सो जाता हूं डॉक्टर चेक करने के बाद बोलता है तुम्हें नींद की गोली की जरूरत कब से पड़ने लगी तब राजवीर बोला नहीं डॉक्टर मैं तो आपसे बिना पूछे तो सर दर्द की भी गोली नहीं लेता
डॉक्टर बोला नहीं आपको कई दिनों से नींद की गोली दी जा रही है ऐसे ही तुम नींद की गोली लेते रहे तो तुम्हें कभी भी हार्ड अटैक आ सकता है और तुम्हारी जान भी जा सकती है तब राजवीर को याद आता है कि प्रीति मुझे डेली दूर देती है उसके बाद मुझे पता ही नहीं चलता कि मैं कब सो गया फिर राजवीर डॉक्टर को धन्यवाद बोल कर चला जाता है
तभी रास्ते में सरला आंटी मिल जाती है और राजगीर से कहती है कि हमारी जो प्रीति बहू है उसका किसी के साथ गैर संबंध चल रहा है और वह लड़का आपके ही घर में रहता है तब राजवीर बोला नहीं आंटी ऐसा नहीं हो सकता आंटी बोली बेटा मैं तो चाहती हूं कि ऐसा ही हो लेकिन मुझे शक है इसलिए मैं कह रही हूं
इतना बोल कर सरला आंटी चली जाती है राजवीर अपने घर जाता है और गुस्से में सारा समान तोड़फोड़ करने लगता है तब प्रीति बोलती है कि तुम्हें क्या हुआ तुम इतने गुस्से में क्यों हो तब राजवीर बोला इस घर में कोई है कौन है इतना बोलते बोलते वो उस लड़के को ढूंढने लगता है
तभी प्रीति बोलती है कि कोई नहीं है यह आपका भ्रम है लेकिन राजवीर को विश्वास नहीं होता कि घर में कोई नहीं है और वह बार-बार उसे ढूंढता है तब प्रीति गुस्से में बोलती है कि तुम पागल हो गए हो क्या तब राजवीर बोला हां मैं पागल हो गया हूं मैंने तुम्हें कहा था मुझे झूठ मत बोलना और तुमने झूठ कहा
अभी मुझे सरला आंटी ने बताया कि तुम्हारे साथ किसी आदमी को देखा था वह भी अपने ही घर में यहां तक कि डॉक्टर ने भी मुझे कहा कि तुम्हें नींद की गोली दी जा रही है और बोला तुम मुझसे प्यार नहीं करती मैं तुम्हारे हाथ जोड़ता हूं तुम अभी उसके साथ चली जाओ मैं तुम्हें जाने से नहीं रोकुंगा
तब प्रीति रोते हुए बोली ऐसा कुछ नहीं है रही बात आंटी की उन्होंने तुम्हें झूठ बोला है भड़काया है पता है क्यो क्योंकि दोपहर को उन्होंने घर में आने की जरूरत की थी क्योंकि वह मुझ पर शक करती हैं वहीं उन्होंने आपके दिमाग में डाल दिया और आप मुझ पर शक कर रहे हैं मैं ऐसा कभी नहीं कर सकती
रही बात गोली की तो तुम्हारे कितने दुश्मन हैं हो सकता है किसी ने यह हरकत की हो लेकिन मैं ऐसा कभी नहीं कर सकती और राजवीर को बहला-फुसलाकर मना लेती है राजवीर भी मान जाता है प्रीति पर विश्वास कर लेता है और कहता है कि मुझे माफ कर दो मैं किसी और की बातों में आकर तुम पर शक किया प्रीति बोली कोई बात नहीं तब राजवीर अपने आप को कोसने लगता है
और रोता है तभी प्रीति बोली आप रो मत अब मैं जैसा कहूंगी तुम वैसा ही करना मैं जो खिलाऊंगी वही खाना तब आपको कोई नहीं गोली खिला सकेगा और कल हम दोनों घूमने जाएंगे फिर अगले दिन प्रीति उसे घुमाने पहाड़ियों पर ले जाती है वहां पहुंचकर बोलती है
कि वाह कितना सुंदर जगह है तब राजवीर बोला तुम खुश हो ना प्रीति बोली हां अच्छा मैंने पढ़ा था कि जो लोग देख नहीं सकते उनकी आहट पहचानने की शक्ति और तेज होती है राजवीर बोला तुमने सही पढ़ा था प्रीति बोली अच्छा ठीक है तो फिर एक गेम खेलते हैं लुका छुपी तब वो तैयार हो जाता है
प्रीति बोली अच्छा ठीक है तुम मुझे पकड़ो तब प्रीति आवाज लगाती है राजवीर उसे पकड़ने के लिए उसकी तरफ आता है और प्रीति सोचती है कि राजवीर को पहाड़ से गिरा दूं तो सब खेल खत्म हो जाएगा जैसे ही राजवीर पहाड़ से गिरने वाला होता है तभी अचानक ड्राइवर वहां आ जाता है और राजवीर को बचा लेता है
तब ड्राइवर एक वीडियो प्रीति और रवि को दिखाता है वीडियो देखकर दोनों डर जाते हैं तभी राजवीर चौक कर कहता है ड्राइवर तुम कैसे और प्रीति कहां हैं तभी ड्राइवर बोला भैया मैडम एकदम ठीक है मैं इधर से गुजर रहा था तो मैंने आपकी गाड़ी देखी तो मैंने सोचा आप से मिल लूं आप ठीक है ना तब प्रीति ड्राइवर को धन्यवाद करती है
और कहती है अच्छा हुआ तुमने इनकी जान बचा ली तब ड्राइवर बोला इसमें धन्यवाद की क्या बात है सालों से हमने आपका नमक खाया है यह तो हमारा फर्ज है अच्छा है आप हमें मिल गई आपसे हम माफी मांगना चाहते थे लेकिन एक प्रार्थना है आप हमें नौकरी पर रख लीजिए तब राजवीर बोला नहीं ड्राइवर तुमने हमें बचाया है इसके लिए धन्यवाद लेकिन तुम्हें नौकरी पर वापस नहीं रख सकते
तभी ड्राइवर प्रीति की तरफ इशारा करता है तब प्रीति राजवीर से बोलती है रख लीजिए बेचारे को बहुत गरीब इंसान हैं उसका बहुत एहसान है हमारे ऊपर अब वह ऐसा नहीं करेगा माफ कर दीजिए ना राजवीर जी तब राजवीर बोला अगर तुम कह रही हो तो ठीक है तब ड्राइवर को कल से काम पर आने को बोल देता है
और सब लोग अपने अपने घर चले जाते हैं और प्रीति की योजना असफल हो जाती है अगले दिन ड्राइवर प्रीति और रवि को बोलता है कि मुझे तो उसी दिन से शक हो गया जिस दिन तुमने मुझ पर चोरी का इल्जाम लगाकर नौकरी से निकाला था तब से मैं इस घर पर नजर रखने लगा तब पता चला कि हमारी मैडम के तो दो-दो पति हैं
तब रवि गुस्से मैं ड्राइवर का कॉलर पकड़ के बोला जबान संभाल कर बात कर नहीं तो तेरा मुंह तोड़ दूंगा तभी प्रीति रवि को समझाती है और रवि को उसका काला छोड़ने को कहती है और ड्राइवर से कहती है कि तुम्हें क्या चाहिए तब ड्राइवर बोला वही जो तुम्हें चाहिए राजवीर की 20 करोड़ की प्रॉपर्टी है और बिजनेस भी मुझे उसमें से सिर्फ पांच करोड़ चाहिए
तब प्रीति गुस्से में बोली ऐसे ही नहीं मिल जाते पांच करोड़ इसके लिए तुम्हें हमारी मदद करनी पड़ेगी तब ड्राइवर बोला कैसी मदद प्रीति बोली उसके लिए मेरे पास एक प्लान है
लेकिन राजवीर एक अंधा था उसने अपनी कामयाबी से अपने बिजनेस और प्रॉपर्टी को संभाल कर रखा था लेकिन वह यह नहीं जानता था कि जिससे मैंने शादी की है वह मुझे बर्बाद करने के लिए आई है
एक दिन राजवीर पियानो बजा रहा था प्रीति गुनगुना रही थी तभी अचानक उसके घर में दो चोर आए वह दोनों ड्राइवर और रवि थे प्रीति डरने का नाटक करती है और चिल्लाती है तो राजवीर ने पूछा क्या हुआ तब प्रीति बताती है कि घर में चोर घुस गए हैं तब राजवीर बोलता है मेरे घर में चोर तब चोरों से बोला कि मेरी बीवी को छोड़ दो तुम्हें जो कुछ चाहिए वह सब ले जाओ
तब राजवीर शांत होकर आहट सुनता है और ड्राइवर को पकड़ लेता है और पहचान जाता है और उसे मारने लगता है तभी रवि पीछे से आकर राजवीर के सर पर जोर से डंडा मारता है और वह मर जाता है तब ड्राइवर प्रीति से बोलता है कि राजवीर तो मर गया अब जल्दी से पुलिस को फोन करो प्रीति पुलिस को फोन करती है
और बोलती है मेरे घर में दो चोर घुस गए हैं उसने राजवीर और ड्राइवर को मार दिया है आप जल्दी से घर आ जाएं यह बात सुनकर ड्राइवर डर जाता है और प्रीति से बोलता है यह तुम क्या कह रही हो तभी रवि ड्राइवर को भी जान से मार देता है थोड़ी देर में पुलिस आ जाती है और पूछताछ करने लगती है पूछताछ करके लाश को पोस्टमार्टम के लिए ले कर चली जाती है
उसके बाद ड्राइवर की लाश ड्राइवर के घर पहुंचा देती है और राजवीर की लाश प्रीति को दे देती है प्रीति और रवि लाश का अंतिम संस्कार करने चले जाते हैं सब रीति रिवाज पूरे होने के बाद पंडित बोलता है कि इन्हें अग्नि कौन देगा प्रीति बोलती है कि मैं इन्हें अग्नि दूंगी तभी आंटी पुलिस को लेकर वहां आ जाती है प्रीति और रवि से कहती है कि मुझे तो पहले से ही पता था
मैंने राजवीर को भी बहुत समझाया लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी जब मैंने राजवीर और ड्राइवर की मौत की खबर सुनी तब मुझे लगा जरूर कुछ गड़बड़ है और मैं तुम्हारे घर देखने गई लेकिन तुम्हारे घर कुछ नहीं मिला तब मुझे ध्यान आया जरूर ड्राइवर के घर में कुछ मिलेगा और मैं ड्राइवर के घर चली गई तब मुझे उसका फोन मिला फोन में वीडियो देखकर मैं चौक गई
तब मैंने यह फोन पुलिस को दे दिया और पुलिस को पता चल गया कि तुमने राजवीर से शादी उसकी दौलत हड़पने के लिए की थी ड्राइवर तुम्हें ब्लैकमेल कर रहा था इसलिए तुमने दोनों को मार दिया रवि और प्रीति को पुलिस पकड़ ले जाती है और उन्हें उम्र भर की सजा सुना देती
इस क्राइम स्टोरी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि "देने के लिए दान "लेने के लिए ज्ञान" त्यागने के लिए लालच और अभिमान जरूरी है"
अंधा पति क्राइम स्टोरी
Reviewed by Anand Singh
on
May 08, 2020
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