बीरबल का भूत
बादशाह अकबर अपने सभी दरबारियों में से बीरबल को सबसे ज्यादा पसंद करते थे और उनकी तारीफ भी किया करते थे यह देखकर बाकी के दरबारियों को बहुत जलन होती थी और उन्होंने कई और लोगों के साथ मिलकर बीरबल की इज्जत गिराने की बहुत योजनाएं बनाई पर कभी सफल नहीं हो पाए
महाराज अकबर का नाई भी बीरबल से बहुत जलता था तो उसने बीरबल के खिलाफ बहुत ही शातिर योजना बनाई एक दिन वह राजा अकबर की दाढ़ी बनाने आया और मौका पाते ही बोला जहांपना कल रात मेरे सपने में आपके अब्बू जान आए थे
अकबर बादशाह बोले क्या कहा उन्होंने तुमसे तभी नाई बोला जहांपनाह वो जन्नत में बहुत खुश थे लेकिन कभी-कभी उनको हंसाने का मनोरंजन कर सके ऐसे इंसान की कमी महसूस होती है आपको इसके बारे में कुछ करना होगा आपको उनके मनोरंजन के लिए किसी मजाकिया इंसान को भेजना होगा
मुझे यकीन है आपके अब्बू बेहद खुश होंगे और साथ-साथ दुआओं की बरसात करेंगे नाई ने अकबर को सोच में देखकर उसी वक्त बीरबल का नाम लिया और यह सुनकर बादशाह अकबर ने भी खुशी से हां कर दिया बस अकबर ने बीरबल के लिए बुलावा भेजा और यह देखकर नाई बहुत खुश हुआ
तभी बीरबल दरबार में पहुंचता है और बोलता है बादशाह अकबर आपने मुझे याद किया बादशाह बोले बीरबल मुझे इस बात पर कोई शक नहीं है कि तुम हमारे लिए किसी भी चीज का त्याग कर सकते हो पूरा यकीन है हमारी किसी भी बात को इन कार नहीं करोगे
बीरबल बोला जी जहांपना आपने बिल्कुल सही फरमाया बादशाह कहते हैं तो जाओ मेरे अब्बू के पास जन्नत में उनका मनोरंजन करो राजा अकबर की यह बात सुनकर बीरबल को जरा भी समय नहीं लगा यह समझाने में कि यह किसी दुष्ट की साजिश है
उसे मरवाने के लिए बीरबल कहता है जी महाराज आपका हुकुम सरआंखों पर मुझे जन्नत जाने के लिए तैयारी करनी होगी उसके लिए कुछ दिन चाहिए अकबर कहते हैं हां हां क्यों नहीं तुम्हें 1 हफ्ते का समय दिया जाता है जन्नत जाने के लिए तैयार हो जाओ
बीरबल अपने घर वापस आ गया और अपनी जान बचाने के बारे में सोचने लगा तभी उसे एक तरकीब सूझी बीरबल ने अपने घर के पास एक गड्ढा खोदा जो उसके लिए कब्र का काम करेगा और उस गड्ढे से एक सुरंग बनाई जो उसके एक कमरे में जाकर खुले
काम खत्म हो जाने पर बीरबल वापस दरबार पहुंचाऔर बादशाह से कहा मैं जन्नत जाने के लिए तैयार हूं पर मेरी दो शर्तें हैं अकबर बोले तुम्हारी आखिरी इच्छा पूरी करना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है बोलो क्या शर्त है तुम्हारी बीरबल बोले मुझे मेरे घर के पास दफनाया जाए और मुझे जिंदा दफनाया जाए ताकि मैं जन्नत जिंदा जा सकूं
आपके अब्बू का मनोरंजन करने के लिए अकबर बादशाह ने बीरबल की बात मान ली यह सुनकर बाकी सब बीरबल से जलने वाले दरबारी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा यह सोचकर आखिरकार बीरबल से पीछा छूटेगा अगले ही दिन बीरबल को घर के पास दफना दिया गया
सब हो जाने के बाद बीरबल उस सुरंग से होते हुए अपने कमरे में गया और 6 महीने तक अपने ही घर में कैद रहा इस दौरान बीरबल को मालूम चल गया था कि यह सारा किया कराया बादशाह अकबर के नाई का है 6 महीने बाद बादशाह अकबर और सभी दरबारियों के सामने एक दरबारी पेश हुए
एक दरबारी बोला अरे यह कहां से आ गया दूसरा बोला यह जिंदा कैसे तीसरा बोला इसे तो दफना दिया गया था चौथा बोला हां हां यहां कैसे आ गया कहिए बीरबल का भूत तो नहीं बादशाह बोले अरे बीरबल वापस कैसे आए मेरे अब्बू कैसे हैं क्या उन्होंने वापस भेजा है या कोई और वजह है
बीरबल बोला जहांपना जन्नत में सब अच्छा है मैं आपके प्यारे अब्बू के साथ था वह मेरे मनोरंजन से बहुत खुश हुए और मुझे इजाजत दी वापस जाकर उनके सबसे महान बेटे का मनोरंजन करने को कहा बादशाह बोले क्या उन्होंने मेरे लिए कोई संदेशा भेजा है
जी महाराज जन्नत में एक भी नहीं है मेरी बढ़ी हुई दाढ़ी और बिखरे हुए बाल देखकर आपको अंदाजा तो हो गया होगा तो उन्होंने आपके नाई को वहां भेजने के लिए बोला है तभी ना ही रोने लगता है और कहता है नहीं नहीं महाराज बीरबल मुझसे बहुत बहुत बड़ी गलती हो गई है
जो मैंने आपके खिलाफ षड्यंत्र रचा और फिर नाई जोर जोर से रोने लगा मुझे माफ कर दीजिए महाराज बादशाह अकबर को सब समझ आ गया और उन्होंने नाई को आजीवन कारावास की सजा दी और बीरबल को इनाम दिया
महाराज अकबर का नाई भी बीरबल से बहुत जलता था तो उसने बीरबल के खिलाफ बहुत ही शातिर योजना बनाई एक दिन वह राजा अकबर की दाढ़ी बनाने आया और मौका पाते ही बोला जहांपना कल रात मेरे सपने में आपके अब्बू जान आए थे
अकबर बादशाह बोले क्या कहा उन्होंने तुमसे तभी नाई बोला जहांपनाह वो जन्नत में बहुत खुश थे लेकिन कभी-कभी उनको हंसाने का मनोरंजन कर सके ऐसे इंसान की कमी महसूस होती है आपको इसके बारे में कुछ करना होगा आपको उनके मनोरंजन के लिए किसी मजाकिया इंसान को भेजना होगा
बीरबल का भूत Akbar Birbal story
मुझे यकीन है आपके अब्बू बेहद खुश होंगे और साथ-साथ दुआओं की बरसात करेंगे नाई ने अकबर को सोच में देखकर उसी वक्त बीरबल का नाम लिया और यह सुनकर बादशाह अकबर ने भी खुशी से हां कर दिया बस अकबर ने बीरबल के लिए बुलावा भेजा और यह देखकर नाई बहुत खुश हुआ
तभी बीरबल दरबार में पहुंचता है और बोलता है बादशाह अकबर आपने मुझे याद किया बादशाह बोले बीरबल मुझे इस बात पर कोई शक नहीं है कि तुम हमारे लिए किसी भी चीज का त्याग कर सकते हो पूरा यकीन है हमारी किसी भी बात को इन कार नहीं करोगे
बीरबल बोला जी जहांपना आपने बिल्कुल सही फरमाया बादशाह कहते हैं तो जाओ मेरे अब्बू के पास जन्नत में उनका मनोरंजन करो राजा अकबर की यह बात सुनकर बीरबल को जरा भी समय नहीं लगा यह समझाने में कि यह किसी दुष्ट की साजिश है
उसे मरवाने के लिए बीरबल कहता है जी महाराज आपका हुकुम सरआंखों पर मुझे जन्नत जाने के लिए तैयारी करनी होगी उसके लिए कुछ दिन चाहिए अकबर कहते हैं हां हां क्यों नहीं तुम्हें 1 हफ्ते का समय दिया जाता है जन्नत जाने के लिए तैयार हो जाओ
बीरबल अपने घर वापस आ गया और अपनी जान बचाने के बारे में सोचने लगा तभी उसे एक तरकीब सूझी बीरबल ने अपने घर के पास एक गड्ढा खोदा जो उसके लिए कब्र का काम करेगा और उस गड्ढे से एक सुरंग बनाई जो उसके एक कमरे में जाकर खुले
काम खत्म हो जाने पर बीरबल वापस दरबार पहुंचाऔर बादशाह से कहा मैं जन्नत जाने के लिए तैयार हूं पर मेरी दो शर्तें हैं अकबर बोले तुम्हारी आखिरी इच्छा पूरी करना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है बोलो क्या शर्त है तुम्हारी बीरबल बोले मुझे मेरे घर के पास दफनाया जाए और मुझे जिंदा दफनाया जाए ताकि मैं जन्नत जिंदा जा सकूं
आपके अब्बू का मनोरंजन करने के लिए अकबर बादशाह ने बीरबल की बात मान ली यह सुनकर बाकी सब बीरबल से जलने वाले दरबारी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा यह सोचकर आखिरकार बीरबल से पीछा छूटेगा अगले ही दिन बीरबल को घर के पास दफना दिया गया
सब हो जाने के बाद बीरबल उस सुरंग से होते हुए अपने कमरे में गया और 6 महीने तक अपने ही घर में कैद रहा इस दौरान बीरबल को मालूम चल गया था कि यह सारा किया कराया बादशाह अकबर के नाई का है 6 महीने बाद बादशाह अकबर और सभी दरबारियों के सामने एक दरबारी पेश हुए
एक दरबारी बोला अरे यह कहां से आ गया दूसरा बोला यह जिंदा कैसे तीसरा बोला इसे तो दफना दिया गया था चौथा बोला हां हां यहां कैसे आ गया कहिए बीरबल का भूत तो नहीं बादशाह बोले अरे बीरबल वापस कैसे आए मेरे अब्बू कैसे हैं क्या उन्होंने वापस भेजा है या कोई और वजह है
बीरबल बोला जहांपना जन्नत में सब अच्छा है मैं आपके प्यारे अब्बू के साथ था वह मेरे मनोरंजन से बहुत खुश हुए और मुझे इजाजत दी वापस जाकर उनके सबसे महान बेटे का मनोरंजन करने को कहा बादशाह बोले क्या उन्होंने मेरे लिए कोई संदेशा भेजा है
जी महाराज जन्नत में एक भी नहीं है मेरी बढ़ी हुई दाढ़ी और बिखरे हुए बाल देखकर आपको अंदाजा तो हो गया होगा तो उन्होंने आपके नाई को वहां भेजने के लिए बोला है तभी ना ही रोने लगता है और कहता है नहीं नहीं महाराज बीरबल मुझसे बहुत बहुत बड़ी गलती हो गई है
जो मैंने आपके खिलाफ षड्यंत्र रचा और फिर नाई जोर जोर से रोने लगा मुझे माफ कर दीजिए महाराज बादशाह अकबर को सब समझ आ गया और उन्होंने नाई को आजीवन कारावास की सजा दी और बीरबल को इनाम दिया
बीरबल का भूत
Reviewed by Anand Singh
on
May 19, 2020
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