हीरोइन बनने का सपना
दो लड़कियां हीरोइन बनने का सपना लेकर मुंबई आती है एक का नाम रूबी और दूसरी का नाम माया था कुछ दिनों के बाद एक औरत जिसका नाम आशा था वह रूबी को एक डायरेक्टर से मिलवाती है वह डायरेक्टर बहुत गंदा आदमी होता है वह रूबी को देखकर आशा को पैसे देकर भेज देता है और रूबी से कहता है तुम्हें हीरोइन बनना है
तो मुझे खुश करना होगा रूबी को हीरोइन बनना था इसलिए वह कुछ भी करने के लिए तैयार हो गई तब डायरेक्टर ने रूबी को मार्केट करवाई मार्केट के बाद रूबी अपने रूम पर आए और वह बहुत खुश थी लेकिन जब रूबी को माया ने बहुत खुश देखा तो उससे पूछा रूबी तुम बड़ा खुश हो यह इतना सारा सामान कहां से लाई हो
तब रूबी बोली मुझे डायरेक्टर चोपड़ा साहब ने एक फिल्म में हीरोइन का रोल के लिए सिलेक्ट कर लिया है आज मैं बहुत खुश हूं माया का मन उदास हो जाता है तो रूबी पूछती है कि तुम उदास क्यों हो तब माय बोली की मैं भी हीरोइन बनना चाहती हूं लेकिन मुझे कोई डायरेक्टर अपनी फिल्म में रोल नहीं दे रहा
तब रूबी बोली तुम चिंता मत करो मैं अपने डायरेक्टर से बोल कर तुझे अपनी फिल्म में कोई ना कोई रोल दिलवा दूंगी वह बहुत अच्छे है मुझे मना नहीं करेंगे फिर अगले दिन रूबी माया को डायरेक्टर से मिलवाने ले जाती है माया बहुत सुंदर थी तभी डायरेक्टर माया को देखकर उसे पाने की कोशिश करते हैं
और उसे छूने लगते हैं तभी डायरेक्टर आशा को इशारा करते हैं कि तुम रूबी को बाहर लेकर जाओ और आशा रूबी को बाहर ले जाती है तब डायरेक्टर माया को चलने को कहते हैं माया चल कर दिखाती है डायरेक्टर माया को अंदर लेकर जाते हैं और कहते हैं कि मैं तुम्हारे बारे में ही सोच रहा था
तुममें हीरोइन बनने की सारी खूबी है मै रूबी की जगह तुम्हें हीरोइन बना दूं तब माय बोली सचमुच सर डायरेक्टर बोले क्या कहूं तुमसे कहना तो नहीं चाहिए मुझे रूबी पर दया आ गई थी इसलिए उसे अपनी फिल्म में ले लिया लेकिन फिल्म दिखाई भी तो देनी चाहिए
पर एक परेशानी है फिल्मों में बहुत बड़ी लागत लगती है अब इतनी बड़ी लागत लगाकर कोई तुम्हें इतनी बड़ी फिल्म की हीरोइन क्यों बनाएगा सोच लो तुम्हें बहन का रोल करना है या हीरोइन का इतना बोल कर जाने लगता है तब माया उसका हाथ पकड़ कर बोली सर मुझे हीरोइन का रोल करना है
तब दोनों गले मिलते हैं और डायरेक्टर बोला तुम मुझे खुश करो मैं तुम्हें खुश कर दूंगा कुछ देर बाद माया अपने घर आती है तभी थोड़ी देर बाद गुस्से में रूबी भी पहुंच जाती है और माया से कहती है कमीनी तुझ पे रहम करके मैंने तुझे अपनी बहन समझकर अपनी फिल्म में रोल दिया और तूने मुझे मेरी फिल्म से ही निकाल दिया
तब माय बोली निकाला नहीं जो रोल पहले मैं कर रही थी वह तुम कर रही हो तो मेरा एहसान मानो जो मैंने अपनी फिल्म में रोल दिया तभी रूबी माया को मारने के लिए हाथ उठाती है तब माया उसका हाथ पकड़ लेती है और कहती है आइंदा ऐसी गलती मत करना नहीं तो मैं सचमुच तुझे इस फिल्म से बाहर निकलवा दूंगी
ये बोलकर माया चली जाती है तब रूबी डायरेक्टर को फोन करती है और कहती है कमिने हीरोइन बनने के लिए क्या कुछ नहीं किया सब कुछ लुटा दिया तुझ पर और तूने मुझे हीरोइन के रोल से भी निकाल दिया अच्छा नहीं किया यह तूने तब वह बोला डार्लिंग तुम्हें किसने निकाला है
जिस फिल्म में तुम हो वह फिल्म नंबर 1 है जिसने माया हीरोइन का रोल कर रही है वह फिल्म नंबर दो है इतना बोल कर फोन काट देता है तभी अचानक उसके पास एक लड़की आती है और कहती है कि चोपड़ा मैं तुझे छोडूंगी नहीं इतने दिन तक मेरे साथ अय्याशी करता रहा जब फिल्म शुरू होने की बारी आई तो रोल किसी और को दे दिया
मैं तुझे छोडूंगी नहीं तब डायरेक्टर बोला दो कौड़ी की औरत तेरे साथ अय्याशी करने की कीमत दी है तुझे वह तो आशा की कहने पर तुझसे बात कर ली नहीं तो तेरे जैसी औरत को मुंह नहीं लगाता शीशे में मुंह देखा है अपना हीरोइन बनने चली है निकल यहां से धक्के मार के निकालता है तब वह लड़की कहती है मैं तुझे नहीं छोडूंगी और आशा को भी नहीं छोडूंगी
आशा डायरेक्टर के लिए लड़कियां लाती थी लेकिन उसके अगले दिन जब रूबी गुस्से में आशा को मारने के लिए जाती है तो उसे कुर्सी पर बैठा देख कर बोली कमीनी तूने मुझसे ही मेरे जिस्म का धंधा करवाया और उसके बदले पैसे भी कमाए और मुझे ही मेरी फिल्म से निकाल दिया मैं तुझे नहीं छोडूंगी जैसे ही आशा को हाथ लगाती है
तो देखती है कि आशा मर चुकी है तो वह डर के भाग जाती है तभी रास्ते में एक आदमी से टकराती है वह आदमी आशा के घर ही जा रहा था जब वह उसके घर पहुंचता है तो आशा को मरा हुआ देखकर पुलिस को फोन करता है और पुलिस आती है तो देखती है कि आशा ने किसी के साथ बैठकर शराब पी थी
तब उस आदमी से पूछती है कि आशा के साथ शराब किसने पी थी तब वह आदमी बोला कि पता नहीं लेकिन जब मैं आशा के घर आ रहा था तब मैंने रूबी को भागते हुए देखा था तब पुलिस ने पूछा कि यह रूबी कौन है तब वह बोला कि वह एक फिल्म की हीरोइन है तब पुलिस आशा के घर की छानबीन करती है
तो उन्हें एक घड़ी मिली जाती है वह घड़ी को लेकर रूबी को पकड़ने के लिए चली जाती है जब रूबी को पकड़ लेती है तो उससे पूछती है कि तुमने आशा को क्यों मारा तब रूबी बोली मैंने नहीं मारा तब पुलिस बोली तुम ने नहीं मारा तो तुम उस वक्त आशा के घर क्यों गई थी तब रूबी ने कहा कि मुझे आशा ने फिल्म से निकाल कर माया को हीरोइन बना लिया था
तो मैं गुस्से में आशा से लड़ने आई थी लेकिन यह पहले से मरी हुई थी तब पुलिस ने पूछा की माया कौन है तब वह बोली कि मेरी रूममेट फिर पुलिस माया के घर जाकर माया से पूछती है कि तुम आशा को जानती हो तब वह बोली कि हां मैं जानती हूं तब पुलिस ने कहा उसका कत्ल हो गया है तब माया चौक जाती है
शक की बुनियाद पर रूबी को पकड़ लिया है क्योंकि आखरी बार रूबी को आशा के घर से निकलते हुए देखा था उसका गवाह भी है तब माय बोली उसी ने मारा होगा क्योंकि डायरेक्टर ने रूबी की जगह मुझे हिरोइन के लिए सिलेक्ट कर लिया था तब पुलिस ने बोले कि तुम्हें अजीब नहीं लगा कि तुम्हारे डायरेक्टर ने पहले रूबी को सिलेक्ट किया अभी कुछ दिन में तुम्हें सिलेक्ट कर लिया
तुम्हें हैरानी नहीं हुई तब माया डर जाती है तब पुलिस बोली कहां है तुम्हारे डायरेक्टर तो पुलिस माया रूबी और उस आदमी को लेकर डायरेक्टर के घर पहुंचती है जब पुलिस पहुंचती है उस समय डायरेक्टर अपनी घड़ी ढूंढ रहा होता है तब पुलिस बोली कि तुम्हारी घड़ी मेरे पास है पुलिस को देखकर डायरेक्टर डर जाता है
और पुलिस एक चांटा मारती है और कहती है तुमने बहुत अय्याशी करी है लेकिन आशा को क्यों मारा तब डायरेक्टर बोला कि आशा पहले मेरे फिल्म में आर्टिस्ट थी बाद में वह कास्टिक करने लगी मेरी फिल्मों में लड़कियों की कास्टिक करती थी इसके बदले में उसे मोटी रकम देता था लेकिन उस रात वो हुआ जो मैं कभी सोच नहीं सकता
हम दोनों बैठ कर शराब पी रहे थे तो आशा नशे में मुझे ब्लैकमेल करने लगी और उसने एक मेरी गंदी वीडियो बना रखी थी तब मुझे लगा अगर इसने मेरी वीडियो पुलिस को दे दी तो मेरा सारा खेल खत्म हो जाएगा तब मैंने उसे मार दिया तब पुलिस रूबी और माया को समझाती है जरा सोचो चकाचौंध से भरी जिंदगी पाने के लिए जो रास्ता तुमने अपनाया उसमें तुमने क्या खोया और क्या पाया
तो मुझे खुश करना होगा रूबी को हीरोइन बनना था इसलिए वह कुछ भी करने के लिए तैयार हो गई तब डायरेक्टर ने रूबी को मार्केट करवाई मार्केट के बाद रूबी अपने रूम पर आए और वह बहुत खुश थी लेकिन जब रूबी को माया ने बहुत खुश देखा तो उससे पूछा रूबी तुम बड़ा खुश हो यह इतना सारा सामान कहां से लाई हो
तब रूबी बोली मुझे डायरेक्टर चोपड़ा साहब ने एक फिल्म में हीरोइन का रोल के लिए सिलेक्ट कर लिया है आज मैं बहुत खुश हूं माया का मन उदास हो जाता है तो रूबी पूछती है कि तुम उदास क्यों हो तब माय बोली की मैं भी हीरोइन बनना चाहती हूं लेकिन मुझे कोई डायरेक्टर अपनी फिल्म में रोल नहीं दे रहा
हीरोइन बनने का सपना crime story
तब रूबी बोली तुम चिंता मत करो मैं अपने डायरेक्टर से बोल कर तुझे अपनी फिल्म में कोई ना कोई रोल दिलवा दूंगी वह बहुत अच्छे है मुझे मना नहीं करेंगे फिर अगले दिन रूबी माया को डायरेक्टर से मिलवाने ले जाती है माया बहुत सुंदर थी तभी डायरेक्टर माया को देखकर उसे पाने की कोशिश करते हैं
और उसे छूने लगते हैं तभी डायरेक्टर आशा को इशारा करते हैं कि तुम रूबी को बाहर लेकर जाओ और आशा रूबी को बाहर ले जाती है तब डायरेक्टर माया को चलने को कहते हैं माया चल कर दिखाती है डायरेक्टर माया को अंदर लेकर जाते हैं और कहते हैं कि मैं तुम्हारे बारे में ही सोच रहा था
तुममें हीरोइन बनने की सारी खूबी है मै रूबी की जगह तुम्हें हीरोइन बना दूं तब माय बोली सचमुच सर डायरेक्टर बोले क्या कहूं तुमसे कहना तो नहीं चाहिए मुझे रूबी पर दया आ गई थी इसलिए उसे अपनी फिल्म में ले लिया लेकिन फिल्म दिखाई भी तो देनी चाहिए
पर एक परेशानी है फिल्मों में बहुत बड़ी लागत लगती है अब इतनी बड़ी लागत लगाकर कोई तुम्हें इतनी बड़ी फिल्म की हीरोइन क्यों बनाएगा सोच लो तुम्हें बहन का रोल करना है या हीरोइन का इतना बोल कर जाने लगता है तब माया उसका हाथ पकड़ कर बोली सर मुझे हीरोइन का रोल करना है
तब दोनों गले मिलते हैं और डायरेक्टर बोला तुम मुझे खुश करो मैं तुम्हें खुश कर दूंगा कुछ देर बाद माया अपने घर आती है तभी थोड़ी देर बाद गुस्से में रूबी भी पहुंच जाती है और माया से कहती है कमीनी तुझ पे रहम करके मैंने तुझे अपनी बहन समझकर अपनी फिल्म में रोल दिया और तूने मुझे मेरी फिल्म से ही निकाल दिया
तब माय बोली निकाला नहीं जो रोल पहले मैं कर रही थी वह तुम कर रही हो तो मेरा एहसान मानो जो मैंने अपनी फिल्म में रोल दिया तभी रूबी माया को मारने के लिए हाथ उठाती है तब माया उसका हाथ पकड़ लेती है और कहती है आइंदा ऐसी गलती मत करना नहीं तो मैं सचमुच तुझे इस फिल्म से बाहर निकलवा दूंगी
ये बोलकर माया चली जाती है तब रूबी डायरेक्टर को फोन करती है और कहती है कमिने हीरोइन बनने के लिए क्या कुछ नहीं किया सब कुछ लुटा दिया तुझ पर और तूने मुझे हीरोइन के रोल से भी निकाल दिया अच्छा नहीं किया यह तूने तब वह बोला डार्लिंग तुम्हें किसने निकाला है
जिस फिल्म में तुम हो वह फिल्म नंबर 1 है जिसने माया हीरोइन का रोल कर रही है वह फिल्म नंबर दो है इतना बोल कर फोन काट देता है तभी अचानक उसके पास एक लड़की आती है और कहती है कि चोपड़ा मैं तुझे छोडूंगी नहीं इतने दिन तक मेरे साथ अय्याशी करता रहा जब फिल्म शुरू होने की बारी आई तो रोल किसी और को दे दिया
मैं तुझे छोडूंगी नहीं तब डायरेक्टर बोला दो कौड़ी की औरत तेरे साथ अय्याशी करने की कीमत दी है तुझे वह तो आशा की कहने पर तुझसे बात कर ली नहीं तो तेरे जैसी औरत को मुंह नहीं लगाता शीशे में मुंह देखा है अपना हीरोइन बनने चली है निकल यहां से धक्के मार के निकालता है तब वह लड़की कहती है मैं तुझे नहीं छोडूंगी और आशा को भी नहीं छोडूंगी
आशा डायरेक्टर के लिए लड़कियां लाती थी लेकिन उसके अगले दिन जब रूबी गुस्से में आशा को मारने के लिए जाती है तो उसे कुर्सी पर बैठा देख कर बोली कमीनी तूने मुझसे ही मेरे जिस्म का धंधा करवाया और उसके बदले पैसे भी कमाए और मुझे ही मेरी फिल्म से निकाल दिया मैं तुझे नहीं छोडूंगी जैसे ही आशा को हाथ लगाती है
तो देखती है कि आशा मर चुकी है तो वह डर के भाग जाती है तभी रास्ते में एक आदमी से टकराती है वह आदमी आशा के घर ही जा रहा था जब वह उसके घर पहुंचता है तो आशा को मरा हुआ देखकर पुलिस को फोन करता है और पुलिस आती है तो देखती है कि आशा ने किसी के साथ बैठकर शराब पी थी
तब उस आदमी से पूछती है कि आशा के साथ शराब किसने पी थी तब वह आदमी बोला कि पता नहीं लेकिन जब मैं आशा के घर आ रहा था तब मैंने रूबी को भागते हुए देखा था तब पुलिस ने पूछा कि यह रूबी कौन है तब वह बोला कि वह एक फिल्म की हीरोइन है तब पुलिस आशा के घर की छानबीन करती है
तो उन्हें एक घड़ी मिली जाती है वह घड़ी को लेकर रूबी को पकड़ने के लिए चली जाती है जब रूबी को पकड़ लेती है तो उससे पूछती है कि तुमने आशा को क्यों मारा तब रूबी बोली मैंने नहीं मारा तब पुलिस बोली तुम ने नहीं मारा तो तुम उस वक्त आशा के घर क्यों गई थी तब रूबी ने कहा कि मुझे आशा ने फिल्म से निकाल कर माया को हीरोइन बना लिया था
तो मैं गुस्से में आशा से लड़ने आई थी लेकिन यह पहले से मरी हुई थी तब पुलिस ने पूछा की माया कौन है तब वह बोली कि मेरी रूममेट फिर पुलिस माया के घर जाकर माया से पूछती है कि तुम आशा को जानती हो तब वह बोली कि हां मैं जानती हूं तब पुलिस ने कहा उसका कत्ल हो गया है तब माया चौक जाती है
शक की बुनियाद पर रूबी को पकड़ लिया है क्योंकि आखरी बार रूबी को आशा के घर से निकलते हुए देखा था उसका गवाह भी है तब माय बोली उसी ने मारा होगा क्योंकि डायरेक्टर ने रूबी की जगह मुझे हिरोइन के लिए सिलेक्ट कर लिया था तब पुलिस ने बोले कि तुम्हें अजीब नहीं लगा कि तुम्हारे डायरेक्टर ने पहले रूबी को सिलेक्ट किया अभी कुछ दिन में तुम्हें सिलेक्ट कर लिया
तुम्हें हैरानी नहीं हुई तब माया डर जाती है तब पुलिस बोली कहां है तुम्हारे डायरेक्टर तो पुलिस माया रूबी और उस आदमी को लेकर डायरेक्टर के घर पहुंचती है जब पुलिस पहुंचती है उस समय डायरेक्टर अपनी घड़ी ढूंढ रहा होता है तब पुलिस बोली कि तुम्हारी घड़ी मेरे पास है पुलिस को देखकर डायरेक्टर डर जाता है
और पुलिस एक चांटा मारती है और कहती है तुमने बहुत अय्याशी करी है लेकिन आशा को क्यों मारा तब डायरेक्टर बोला कि आशा पहले मेरे फिल्म में आर्टिस्ट थी बाद में वह कास्टिक करने लगी मेरी फिल्मों में लड़कियों की कास्टिक करती थी इसके बदले में उसे मोटी रकम देता था लेकिन उस रात वो हुआ जो मैं कभी सोच नहीं सकता
हम दोनों बैठ कर शराब पी रहे थे तो आशा नशे में मुझे ब्लैकमेल करने लगी और उसने एक मेरी गंदी वीडियो बना रखी थी तब मुझे लगा अगर इसने मेरी वीडियो पुलिस को दे दी तो मेरा सारा खेल खत्म हो जाएगा तब मैंने उसे मार दिया तब पुलिस रूबी और माया को समझाती है जरा सोचो चकाचौंध से भरी जिंदगी पाने के लिए जो रास्ता तुमने अपनाया उसमें तुमने क्या खोया और क्या पाया
हीरोइन बनने का सपना
Reviewed by Anand Singh
on
May 09, 2020
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