काल और गड़ेरिया

एक गांव में एक गड़ेरिया रहता था वो रोज अपनी भेड़ों  को जंगल में चराने लेे जाता था एक दी वहां से एक सक्स गुजर रहा था वो सक्स चलते चलते सांप बान गया फिर थोड़ी देर में लाठी बन गया

तभी उस जंगल एक भैंस भागती हुई आ रही थी और उसका मालिक अपनी भैंस को पकड़ने के लिए उसके पीछे पीछे दौड़ रहा था अचानक उसे वहीं डंडा मिल गया उसने वो डंडा उठाया और अपनी भैंस को चलाकर मारा डंडा भैंस को लग गया और भैंस मर गई


Kaal or gaderiya hindi story


डंडा फिर सांप का रूप लेकर जाने लगा कुछ दूर जाकर इंसान बन गया ये सब लीला गड़ेरिया देख रहा था और दौड़ता हुआ उस इंसान के पास गया और बोल भाई तुम कोन हो कभी तुम सांप बन जाते हो तो कभी डंडा बन जाते हो तब वो इंसान बोला की तुम क्या करोगे जानकार

 काल और गड़ेरिया: Hindi Story


तब गड़ेरिया उस इंसान से बोला कि नहीं तुम मुझे बताओ कि तुम कोन हो तब वो इंसान बोला कि ठीक है मै तुम्हे बताता हूं की मै कोन हूं मै एक काल हूं जिसके ऊपर आता हूं तो उसकी जान लेकर ही जाता हूं

तब गड़ेरिया ने उस इंसान से पूछा कि मेरी मौत कैसे होगी वो इंसान बोला की तुम्हारी मौत पानी में डूब कर होगी इतना केहकर वो इंसान वहां से चला जाता है और गड़ेरिया अपने घर जाकर अपनी बीबी को सारी बात बता देता है

तब उसकी बीबी  पानी में जाने से मना कर देती है फिर वो नदी ,तालाब और कुएं के पास कभी नहीं जाता कुछ सालो की बाद जब गड़ेरिया की मौत का समय आ जाता है फिर उसके घर एक बुढिया मेरे हुए बच्चें को लेकर उस गड़ेरिया के घर आती है और गड़ेरिया से केहती है कि मेरा बच्चा मर गया है उस तुम नदी में बहवा दो

गड़ेरिया और उसकी बीबी दोनों उस बुढिया को मना कर देते है और गड़ेरिया कहता ही कि मेरी मौत पानी में डूबने से होगी इसलिए मै नदी के किनारे नहीं जाऊंगा तब वह बुढिया कहती है कि तुम्हारी मौत पानी में डूबने से होगी।

 लेकिन मै नदी के अंदर जाने के लिए नहीं कहा रही सिर्फ बाहर से ही बहवा देना जब तुम पनी के अंदर नहीं जाओगे तो तुम्हारी मौत कैसे होगी तब गड़ेरिया सोचता है कि बात तो ठीक है जब मै पानी के अंदर नहीं जाऊंगा तो मेरी मौत केसे होगी इतना सोचते ही उस बुढ़िया के साथ चल देता है

 और जब वो नदी के किनारे पहुंचते है तो बुढिया अपने मरे हुए बच्चे को  गड़ेरिया को दे देती है और बोलती है कि मेरे बच्चे को दो कदम अंदर जाकर बहवा दो तो गड़ेरिया बोलता है कि मै पानी के अंदर नहीं जाऊंगा

तब बुढिया केहटी है कि तुम गुठने भर पानी में केसे डूब जाओगे ओ सोचता है कि बुढिया सही कहा रही है और वो दो कदम पानी के अंदर जैसे ही जाता है वैसे ही काल उसे खींच लेता है और गड़ेरिया पानी में डूब कर मर जाता हैं जब काफी देर हो गई गड़ेरिया घर नहीं पहुंचा तब उसकी बीबी समझ गई कि उसके पति का काल आ गया

इस कहानी से हमें ये सिक्छा मिलती है कि जिसकी मौत जिस समय लिखी है उसी समय होनी है।
काल और गड़ेरिया काल और गड़ेरिया Reviewed by Anand Singh on May 04, 2020 Rating: 5

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