कटहल का पेड़
बीरबल को प्रकृति से प्रेम था वह अपना ज्यादा वक्त बाहर खुली जगह में बिताते थे उनके सबसे पसंदीदा जगह बादशाह अकबर का शाहीबाग था इस शाहीबाग को देख भाल एक नीर नाम का माली करता था वह एक संत आदमी था जो सीधी सादी जिंदगी जिया करता था और अपने बागों में खुश था
बीरबल और नीर अक्सर बागों के पेड़ पौधे फूल फलों की दिलचस्प बातें करते थे बीरबल नीर के साथ अच्छा सलूक किया करते थे और नील भी बीरबल को काफी पसंद किया करता था एक दिन नीर रो रहा था और कह रहा था मैं तो लुट गया मैं तो बर्बाद हो गया और रोने लगा
तभी बीरबल वहां आते हैं और कहते हैं क्या हुआ नीर तुम रो क्यों रहे हो नीर बोला कुछ नहीं कुछ नहीं बीरबल बोला क्या मतलब कुछ नहीं तुम यहां बैठे जोर जोर से रो रहे हो मुझे बताओ दोस्त क्या हुआ नीर बोला हुजूर मैं अपने बचे हुए पैसे एक मटके में इकट्ठे करके इस पेड़ के नीचे छुपाता आया हूं मैं 20 साल से यह बचत करता आया हूं
और अब मैं क्या करूं बीरबल बोला धीरज रखो सब कुछ ठीक हो जाएगा अब बताओ क्या हुआ नीर बोला हुजूर आज मैंने यहां से पैसों का मटका निकालने के लिए खुदाई की पर वह यहां नहीं मिला किसी ने चुरा लिया है मेरा पैसा मुझे पता नहीं मैं क्या करूं आप ही बताइए मैं क्या करूं
बीरबल बोला पर तुमने पैसे यहां क्यों रखें इस तरह जमीन के नीचे छुपा कर क्यों अपने पैसे घर पर क्यों नहीं रखे नीर बोला मैंने सोचा कौन इस पेड़ के नीचे देखेगा और मेरा पैसा हमेशा सुरक्षित रहेगा वैसे भी मैं अपना सारा वक्त यही बिताता हूं तो मेरी नजर हमेशा उस पर रहती थी
बीरबल बोला अगर ऐसा है तो जिसे तुमने बताया था तो चोर वही है किसे बताया था इसके बारे में नीर बोला किसी को भी नहीं हुजूर फिर बीरबल बोला तुम्हें किसी ने पैसे डालते हुए या निकालते हुए देखा होगा नीर बोला लेकिन यहां तो किसी का भी आना मना है सिवाय आपके जहांपनाह और उनके मंत्री के
बीरबल बोला हां तुम ठीक कह रहे हो मुझे कुछ वक्त दो मैं वादा करता हूं कि तुम्हारे पैसे ढूंढ दूंगा अब घबराओ मत घर जाकर आराम करो तभी बीरबल इतना कहकर वहां से चला जाता है अपने घर पर जाकर खूब सोचता है आखिरकार वहां से पैसे कहां गए अगर किसी को पैसे के बारे में नहीं मालूम तो इस पेड़ के नीचे क्यों खो देगा वो भी एक कटहल का पेड़
तो मुझे याद आया कोई वैद्य हकीम पेड़ के नीचे खोद सकता है दवाई बनाने के लिए हां यह ठीक है इतना कहकर बीरबल बादशाह अकबर के दरबार में पहुंचता है बादशाह अकबर को सारी बात बताता है और कहते हैं हुजूर मैं मंत्री जो बाघ का इस्तेमाल करते हैं मैं उनसे कुछ सवाल करना चाहूंगा
अकबर बादशाह कहते हैं जरूर अगर यह तुम्हें चोर को पकड़ने में मदद करेगा तो पूछो तब बीरबल सभी से पूछता है क्या आप में से कोई भी हाल ही में बीमार थे या किसी कारण कोई दवाई की जरूरत पड़ी थी एक दरबारी बोला हां पिछले तीन-चार दिनों से मेरे गले में खराश है और मेरी पत्नी के बनाए हुए एक आयुर्वेदिक दवा ले रहा हूं
बीरबल बोला दवा बनाने के लिए जड़ी-बूटी कहां से मिली तभी दरबारी गुस्सा होने लगता है कहता है क्या मतलब जड़ी बूटी कहां से मिली वह उसे उसकी मां ने जयपुर से भेजी थी बीरबल बोला मुझे गलत मत समझिए मैं आप पर कोई इल्जाम नहीं लगा रहा हूं कुछ ही देर में मैं आपको सब समझा दूंगा
और कोई है जो दवाई ले रहा हो तभी दूसरा दरबारी कहता है दरअसल कहते हुए शर्म ही आती है लेकिन मुझे कब्ज की शिकायत रहती है और जो मेरे हकीमजी हैं उन्होंने मुझे जड़ी बूटी की एक दवा दी थी जो मैं कई दिनों से ले रहा हूं
बीरबल बोला यह हकीम जी कौन है क्या उन्हें दरबार में बुला सकते हैं दरबारी बोला जरूर बुला सकते हैं उनका नाम वेद प्रसाद है अकबर बादशाह कहते हैं बीरबल हमें माली के पैसे चोरी होने और इस दवाइयों के बीच कोई संबंध नहीं है तुम क्या साबित करना चाहते हो
बीरबल बोला हुजूर मुझे कुछ वक्त और दीजिए और धीरज रखिए मैं आपको सब कुछ समझा दूंगा अकबर बादशाह कहते हैं ठीक है बीरबल करवाई जारी रखो वेद प्रसाद को हाजिर किया जाए वेद प्रसाद वहां आते हैं और कहते हैं अदर जहांपना
बादशाह कहते हैं तुम्हें यहां बीरबल ने बुलाया है हमने नहीं वह तुमसे कुछ सवाल करना चाहते हैं बीरबल बोला वैद्य जी मैं कब से काफी परेशान हूं और मैं दरबार मैं बात कर रहा था तो राज सिंह जी ने आपसे मिलने का सुझाव दिया आपने उनके लिए एक ऐसी दवाई बनाई है जिससे उनका हाजमा ठीक हो गया
वह बोले जरूर मैं आपके लिए भी वही दवाई बना दूंगा और यकीन मानिए अगले दो दिनों में आपकी समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी बीरबल बोला सचमुच मुझे यकीन ही नहीं हो रहा क्या यह समस्या हमेशा के लिए चली जाएगी वह भी सिर्फ 2 दिनों में और मैं कई महीने से परेशान हूं
वैद्य बोले आप 2 दिनों में बिल्कुल ठीक हो जाएंगे जैसे राज सिंह जी वह भी लंबे समय से परेशान थे लेकिन मेरी दवाई के बस दो खोराक और कब्ज से हमेशा के लिए छुटकारा मिला है बीरबल बोला मैं बहुत खुश हूं आप यह दवा कैसे बनाते हैं क्या इस्तेमाल करते हैं
वह बोला अगर किसी और ने पूछा होता तो मैं यह बिल्कुल नहीं बताता पर हुजूर आप पूछ रहे हैं इसलिए बताता हूं इस दवाई को बनाने में सबसे जरूरी चीज है कटहल के पेड़ के जड़ का अर्क बीरबल बोला तब तो मुझे और भी लंबे समय तक परेशान होना पड़ेगा आपको इस शहर में कटहल का पेड़ कहां मिलेगा
वेद कहता है घबराने की कोई बात नहीं है हुजूर एक कटहल का पेड़ शाहजहां के बाग में ही है बीरबल बोला ओह ऐसी बात है खैर वैद्य जी मैं आपको सच बोलने का एक मौका दूंगा नीर के पैसे लौटाने का जो बाग का माली है वह जो पैसे आपको पेड़ के नीचे से मिले वैद्य चौक जाता है और हकला कर कहता है
जी हुजूर जी वह मटका पेड़ के नीचे मिला और मैंने सोचा काफी दिनों से पड़ा हुआ है और कोई रखकर इसे भूल गया है इसलिए मैंने पैसे ले लिए बादशाह बोले खैर एक वैध होने के नाते तुम्हें लोगों की तकलीफ दूर करनी चाहिए ना कि खुद उनके दर्द की वजह बनना चाहिए वेद बोला मुझे माफ कीजिए मैं बहुत शर्मिंदा हूं मैंने लालच में आकर ऐसा काम किया था मैं ऐसा अब कभी नहीं करूंगा
बीरबल बोला हुजूर मुझे लगता है हमें इन्हें माफ कर देना चाहिए सच बोलने के लिए बादशाह कहते हैं ठीक है अगर तुम्हें ऐसा लगता है तो बीरबल बोला हुजूर अब हमें नीर को बुलाकर यह खुशखबरी सुनानी चाहिए बादशाह बोले जरूर बीरबल जरूर तभी एक सिपाही आवाज लगाता है नीर दरबार में पेश हो नीर दरबार में पेश होता है
आदाब जहांपना बीरबल बोला नीर तुम्हारे लिए खुशखबरी है तुम्हारे पैसे मिल गए हैं नीर बोला क्या यह सच है मुझे यकीन ही नहीं हो रहा मैंने तो पैसे मिलने की सारी उम्मीद छोड़ दी थी बहुत-बहुत शुक्रिया
बीरबल कहता है इतनी जल्दी नहीं उस मटके में कितने पैसे थे जहांपनाह उसमें 75 सोने की अशरफिया थी तुम्हें तुम्हारे पैसे मिल जाएंगे लेकिन दस असफिया कम मिलेंगी तुम्हारी बेवकूफी के लिए जो तुमने ऐसी जगह पर छुपाए थे 10 अशरफिया वैद्य जी को सच बोलने के लिए दिए जाएंगे बादशाह बोले बीरबल बहुत खूब कमाल का इंसाफ किया है हमें तुम पर फक्र है
लेकिन तुम हमें यह बताओ आखिर यह बात कैसे सूजी बीरबल बोला हुजूर मुझे एक वैदिक की बात सूजी की उसके पास ही कोई अच्छा कारण होता है कटहल के पेड़ के नीचे खुदाई करने का वरना और कोई तो फल तोड़ेगा जड़ नहीं बादशाह बोले बहुत खूब शाबाश बीरबल शाबाश सर लोग शुक्रिया अदा करके वहां से चले गए
बीरबल और नीर अक्सर बागों के पेड़ पौधे फूल फलों की दिलचस्प बातें करते थे बीरबल नीर के साथ अच्छा सलूक किया करते थे और नील भी बीरबल को काफी पसंद किया करता था एक दिन नीर रो रहा था और कह रहा था मैं तो लुट गया मैं तो बर्बाद हो गया और रोने लगा
तभी बीरबल वहां आते हैं और कहते हैं क्या हुआ नीर तुम रो क्यों रहे हो नीर बोला कुछ नहीं कुछ नहीं बीरबल बोला क्या मतलब कुछ नहीं तुम यहां बैठे जोर जोर से रो रहे हो मुझे बताओ दोस्त क्या हुआ नीर बोला हुजूर मैं अपने बचे हुए पैसे एक मटके में इकट्ठे करके इस पेड़ के नीचे छुपाता आया हूं मैं 20 साल से यह बचत करता आया हूं
कटहल का पेड़ Akbar Birbal story
और अब मैं क्या करूं बीरबल बोला धीरज रखो सब कुछ ठीक हो जाएगा अब बताओ क्या हुआ नीर बोला हुजूर आज मैंने यहां से पैसों का मटका निकालने के लिए खुदाई की पर वह यहां नहीं मिला किसी ने चुरा लिया है मेरा पैसा मुझे पता नहीं मैं क्या करूं आप ही बताइए मैं क्या करूं
बीरबल बोला पर तुमने पैसे यहां क्यों रखें इस तरह जमीन के नीचे छुपा कर क्यों अपने पैसे घर पर क्यों नहीं रखे नीर बोला मैंने सोचा कौन इस पेड़ के नीचे देखेगा और मेरा पैसा हमेशा सुरक्षित रहेगा वैसे भी मैं अपना सारा वक्त यही बिताता हूं तो मेरी नजर हमेशा उस पर रहती थी
बीरबल बोला अगर ऐसा है तो जिसे तुमने बताया था तो चोर वही है किसे बताया था इसके बारे में नीर बोला किसी को भी नहीं हुजूर फिर बीरबल बोला तुम्हें किसी ने पैसे डालते हुए या निकालते हुए देखा होगा नीर बोला लेकिन यहां तो किसी का भी आना मना है सिवाय आपके जहांपनाह और उनके मंत्री के
बीरबल बोला हां तुम ठीक कह रहे हो मुझे कुछ वक्त दो मैं वादा करता हूं कि तुम्हारे पैसे ढूंढ दूंगा अब घबराओ मत घर जाकर आराम करो तभी बीरबल इतना कहकर वहां से चला जाता है अपने घर पर जाकर खूब सोचता है आखिरकार वहां से पैसे कहां गए अगर किसी को पैसे के बारे में नहीं मालूम तो इस पेड़ के नीचे क्यों खो देगा वो भी एक कटहल का पेड़
तो मुझे याद आया कोई वैद्य हकीम पेड़ के नीचे खोद सकता है दवाई बनाने के लिए हां यह ठीक है इतना कहकर बीरबल बादशाह अकबर के दरबार में पहुंचता है बादशाह अकबर को सारी बात बताता है और कहते हैं हुजूर मैं मंत्री जो बाघ का इस्तेमाल करते हैं मैं उनसे कुछ सवाल करना चाहूंगा
अकबर बादशाह कहते हैं जरूर अगर यह तुम्हें चोर को पकड़ने में मदद करेगा तो पूछो तब बीरबल सभी से पूछता है क्या आप में से कोई भी हाल ही में बीमार थे या किसी कारण कोई दवाई की जरूरत पड़ी थी एक दरबारी बोला हां पिछले तीन-चार दिनों से मेरे गले में खराश है और मेरी पत्नी के बनाए हुए एक आयुर्वेदिक दवा ले रहा हूं
बीरबल बोला दवा बनाने के लिए जड़ी-बूटी कहां से मिली तभी दरबारी गुस्सा होने लगता है कहता है क्या मतलब जड़ी बूटी कहां से मिली वह उसे उसकी मां ने जयपुर से भेजी थी बीरबल बोला मुझे गलत मत समझिए मैं आप पर कोई इल्जाम नहीं लगा रहा हूं कुछ ही देर में मैं आपको सब समझा दूंगा
और कोई है जो दवाई ले रहा हो तभी दूसरा दरबारी कहता है दरअसल कहते हुए शर्म ही आती है लेकिन मुझे कब्ज की शिकायत रहती है और जो मेरे हकीमजी हैं उन्होंने मुझे जड़ी बूटी की एक दवा दी थी जो मैं कई दिनों से ले रहा हूं
बीरबल बोला यह हकीम जी कौन है क्या उन्हें दरबार में बुला सकते हैं दरबारी बोला जरूर बुला सकते हैं उनका नाम वेद प्रसाद है अकबर बादशाह कहते हैं बीरबल हमें माली के पैसे चोरी होने और इस दवाइयों के बीच कोई संबंध नहीं है तुम क्या साबित करना चाहते हो
बीरबल बोला हुजूर मुझे कुछ वक्त और दीजिए और धीरज रखिए मैं आपको सब कुछ समझा दूंगा अकबर बादशाह कहते हैं ठीक है बीरबल करवाई जारी रखो वेद प्रसाद को हाजिर किया जाए वेद प्रसाद वहां आते हैं और कहते हैं अदर जहांपना
बादशाह कहते हैं तुम्हें यहां बीरबल ने बुलाया है हमने नहीं वह तुमसे कुछ सवाल करना चाहते हैं बीरबल बोला वैद्य जी मैं कब से काफी परेशान हूं और मैं दरबार मैं बात कर रहा था तो राज सिंह जी ने आपसे मिलने का सुझाव दिया आपने उनके लिए एक ऐसी दवाई बनाई है जिससे उनका हाजमा ठीक हो गया
वह बोले जरूर मैं आपके लिए भी वही दवाई बना दूंगा और यकीन मानिए अगले दो दिनों में आपकी समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी बीरबल बोला सचमुच मुझे यकीन ही नहीं हो रहा क्या यह समस्या हमेशा के लिए चली जाएगी वह भी सिर्फ 2 दिनों में और मैं कई महीने से परेशान हूं
वैद्य बोले आप 2 दिनों में बिल्कुल ठीक हो जाएंगे जैसे राज सिंह जी वह भी लंबे समय से परेशान थे लेकिन मेरी दवाई के बस दो खोराक और कब्ज से हमेशा के लिए छुटकारा मिला है बीरबल बोला मैं बहुत खुश हूं आप यह दवा कैसे बनाते हैं क्या इस्तेमाल करते हैं
वह बोला अगर किसी और ने पूछा होता तो मैं यह बिल्कुल नहीं बताता पर हुजूर आप पूछ रहे हैं इसलिए बताता हूं इस दवाई को बनाने में सबसे जरूरी चीज है कटहल के पेड़ के जड़ का अर्क बीरबल बोला तब तो मुझे और भी लंबे समय तक परेशान होना पड़ेगा आपको इस शहर में कटहल का पेड़ कहां मिलेगा
वेद कहता है घबराने की कोई बात नहीं है हुजूर एक कटहल का पेड़ शाहजहां के बाग में ही है बीरबल बोला ओह ऐसी बात है खैर वैद्य जी मैं आपको सच बोलने का एक मौका दूंगा नीर के पैसे लौटाने का जो बाग का माली है वह जो पैसे आपको पेड़ के नीचे से मिले वैद्य चौक जाता है और हकला कर कहता है
जी हुजूर जी वह मटका पेड़ के नीचे मिला और मैंने सोचा काफी दिनों से पड़ा हुआ है और कोई रखकर इसे भूल गया है इसलिए मैंने पैसे ले लिए बादशाह बोले खैर एक वैध होने के नाते तुम्हें लोगों की तकलीफ दूर करनी चाहिए ना कि खुद उनके दर्द की वजह बनना चाहिए वेद बोला मुझे माफ कीजिए मैं बहुत शर्मिंदा हूं मैंने लालच में आकर ऐसा काम किया था मैं ऐसा अब कभी नहीं करूंगा
बीरबल बोला हुजूर मुझे लगता है हमें इन्हें माफ कर देना चाहिए सच बोलने के लिए बादशाह कहते हैं ठीक है अगर तुम्हें ऐसा लगता है तो बीरबल बोला हुजूर अब हमें नीर को बुलाकर यह खुशखबरी सुनानी चाहिए बादशाह बोले जरूर बीरबल जरूर तभी एक सिपाही आवाज लगाता है नीर दरबार में पेश हो नीर दरबार में पेश होता है
आदाब जहांपना बीरबल बोला नीर तुम्हारे लिए खुशखबरी है तुम्हारे पैसे मिल गए हैं नीर बोला क्या यह सच है मुझे यकीन ही नहीं हो रहा मैंने तो पैसे मिलने की सारी उम्मीद छोड़ दी थी बहुत-बहुत शुक्रिया
बीरबल कहता है इतनी जल्दी नहीं उस मटके में कितने पैसे थे जहांपनाह उसमें 75 सोने की अशरफिया थी तुम्हें तुम्हारे पैसे मिल जाएंगे लेकिन दस असफिया कम मिलेंगी तुम्हारी बेवकूफी के लिए जो तुमने ऐसी जगह पर छुपाए थे 10 अशरफिया वैद्य जी को सच बोलने के लिए दिए जाएंगे बादशाह बोले बीरबल बहुत खूब कमाल का इंसाफ किया है हमें तुम पर फक्र है
लेकिन तुम हमें यह बताओ आखिर यह बात कैसे सूजी बीरबल बोला हुजूर मुझे एक वैदिक की बात सूजी की उसके पास ही कोई अच्छा कारण होता है कटहल के पेड़ के नीचे खुदाई करने का वरना और कोई तो फल तोड़ेगा जड़ नहीं बादशाह बोले बहुत खूब शाबाश बीरबल शाबाश सर लोग शुक्रिया अदा करके वहां से चले गए
कटहल का पेड़
Reviewed by Anand Singh
on
May 23, 2020
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