टॉयलेट में कोई है
एक गांव में शेरू नाम का आदमी अपनी बीबी रेशमा के साथ रहता था उनके घर में टॉयलेट नहीं था इस वजह से रेशमा अपने पति से लड़ाई करती रहती थी लेकिन शेरू उसकी बातों को नजरअंदाज करता रहता था और एक दिन उन दोनों में तो तू तू मैं मैं ज्यादा हो गई और शेरू डंडे से मार देता है
और रेशमा वहीं दम तोड़ देती है शेरू कहता है अरे यह मैंने क्या कर दिया हे भगवान अगर किसी को पता चलेगा तो मुझे खून के जुर्म में जिंदगी भर जेल में ही रहना पड़ेगा क्या करूं क्या करूं एक काम करता हूं इसे घर के पीछे आंगन में गाड़ देता हूं किसी को कानो कान खबर नहीं होगी
फिर इतना सोच कर शेरू रेशमा की लाश को घर के पीछे गाड़ देता है फिर कुछ दिन बीत जाने पर जब रेशमा किसी को दिखाई नहीं देती तो एक गांव वाला रेशमा के बारे में पूछता है अरे शेरू भाई भाभी कहीं दिखाई नहीं दे रही क्या बात है शेरू कहता है क्या बताएं भाई वह मुझसे रोज लड़ लड़के परेशान हो गई थी और उसने मुझे तलाक दे दिया और मुझे छोड़कर वह मायके चली गई
तभी वह आदमी कहता है भाई यह तो बहुत बुरी बात है चलो तुम उदास मत हो तुम फिर दूसरी शादी के बारे में तैयार हो तो मेरी नजर में एक तलाक शुदा औरत है तुम कहो तो मैं तुम्हारी शादी की बात चलाऊं तभी शेरू कहता है हां भाई क्यों नहीं जरूर फिर कुछ दिनों में शेरू की शादी एक सीमा नाम की लड़की से हो जाती है
शादी की पहली रात सीमा कहती है अजी सुनिए टॉयलेट कहां है मुझे इस्तेमाल करना है शेरू हकला के कहता है टॉयलेट नहीं है तुम्हें बाहर ही जाना होगा सीमा चौक जाती है कहती है क्या आपके घर में टॉयलेट तक नहीं बना देखिए जी मुझे घर से बाहर जाने की आदत नहीं है आप कल ही टॉयलेट बनवाई नहीं तो मैं अपने मायके चली जाऊंगी इतना बोल कर सीमा सो जाती है
शेरू सोचरा है अरे यार यह तो छोड़कर जाने की धमकी दे रही है अब क्या करूं कहीं मैं फिर से अकेला ना पड़ जाऊं एक काम करता हूं कल टॉयलेट बनवा देता हूं नहीं तो यह भी रेशमा की तरह रोज-रोज चिक चिक करती रहेगी अगले दिन शेरू टॉयलेट बनवाने का काम शुरू कर देता है
और 2 दिन में टॉयलेट बनकर तैयार हो जाता है टॉयलेट को देखकर सीमा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा फिर रात होने पर शेरू शौक शौक में नहाने के लिए टॉयलेट में जाता है और मस्ती में नहाने लगता है तभी टॉयलेट की सीट से एक औरत का हाथ बाहर निकलता है
शेरू इस बात से अनजान होता है और वह हाथ शेरू की तरफ बढ़ता जाता है तभी सीमा शेरू को आवाज लगाती है इतनी रात गए हुए आपको नहाने की सुझ् रही है पता नहीं क्या शौक चल गया सीमा की आवाज सुनकर हांथ वापस चला जाता है
शेरू को बहुत मजा आ रहा था अरे वाह वाह ठंडे ठंडे पानी से नहाना चाहिए गाना आए या ना गाना चाहिए यह कहकर हंसने लगता है तभी हाथ टॉयलेट की सीट से बाहर निकलता है और पीछे से शेरू की गर्दन को पकड़ लेता है शेरू खूब छुड़ाने की कोशिश करता है
तब शेरू कहता है अरे यार कौन हो भाई मुझे क्यों मार रहे हो मुझे छोड़ दो मेरी गर्दन छोड़ दो फिर किसी तरह उस हाथ से अपनी गर्दन छुड़वा कर पीछे हट जाता है उस कटे हाथ को देखकर शेरू बहुत डर जाता है और उस कटे हाथ ने लाल रंग की चूड़ी पहनी होती है
तभी शेरू समझ जाता है ये कोई और नहीं यह रेशमा ही है शेरू अरे यह यहां कैसे आ गई कमबख्त वापस कैसे आई अरे मै मर गया सीमा बचाओ अरे कोई है अरे बचाओ जोर जोर से चिल्लाने लगता है और वह डर के मारे रोने लगता है
तभी वह कटा हाथ शेरू के ऊपर हमला कर देता है और इस बार उसकी गर्दन पकड़कर सीधे सीट के अंदर ले जाता है फिर शेरू कहता है अरे यह मैं कहां फस गया भगवान मेरी रक्षा करो अरे मर गया रे अरे गांव वालों मुझे बचाओ यह हाथ मुझे जमीन के अंदर ले जा रहा है
फिर शेरों की आवाज सुनकर सीमा वहां आती है अजी क्या हुआ आप ठीक तो है आप कुछ बोल क्यों नहीं रहे लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आती फिर वह अंदर जाने की कोशिश करती है लेकिन टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद होता है अब क्या करूं यह तो अंदर से बंद है
मुझे किसी से मदद लेनी होगी फिर वह भागकर उसके पड़ोस के घर जाती है श्याम भाई श्याम भाई कहां हैं आप क्या हुआ सीमा बहन तब सीमा श्याम को पूरी बात बताती है और श्याम कुछ गांव वालों को अपने साथ शुरू के घर लेकर जाता है और कहता है
शेरू भाई दरवाजा खोलो आप ठीक तो हैं क्या आप मुझे सुन सकते हो और गांव वाले शेरू को आवाज लगाते हैं मगर अंदर से कोई आवाज नहीं आती तभी एक आदमी कहता है श्याम भाई मुझे लग रहा है यह दरवाजा तोड़ना ही पड़ेगा और कुछ ही देर में टॉयलेट का दरवाजा टूट जाता है और वह तो अंदर घुस जाते हैं
लेकिन वहां शेरों का कोई नामोनिशान नहीं मिलता श्याम कहता है यहां तो कोई भी नहीं है सीमा बहन क्या आपको पक्का विश्वास है कि शेरू भाई टॉयलेट के अंदर ही थे सीमा बोली हां भैया कुछ देर पहले ही यह जोर-जोर से गाना गा रहे थे और फिर अचानक से आवाज आनी बंद हो गई मै इन्हें बहुत देर से आवाज लगा रही थी
मगर अंदर से कोई आवाज नहीं आई तभी एक आदमी कहता है मुझे भी लगता है शेरू भाई अंदर ही थे तभी टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद था और यहां कोई बड़ा सा रोशनदान भी नहीं है जिससे वह बाहर निकल सके श्याम रहता है तो फिर आखिर अपना शेरू भाई गया तो गया कहां
तभी उसकी नजर टॉयलेट सीट पर पड़ी टूटी चूड़ियां नजर जाती है श्याम कहता है सीमा भाभी यह टूटी चूड़ियां आपकी हैं सीमा कहती है नहीं नहीं मेरी तो एक भी चूड़ियां नहीं है श्याम बोला अगर यह आपकी नहीं है तो किस की चूड़ियां हैं आखिर कार यहां चूड़ियां आई कैसे
फिर गांव वाले टॉयलेट सीट के अंदर झांककर देखने लगते हैं दूसरा आदमी कहता है कहीं शेरू भाई शौक शौक में कहीं सीट के अंदर तो नहीं चले गए मुझे पक्का विश्वास है शेरू भाई टॉयलेट सीट के अंदर गए होंगे अंग्रेजी सीट काम कैसे करती है
फिर कुछ देर इधर-उधर देखने पर भी उनके हाथ कुछ नहीं लगता फिर सभी परेशान होकर चले जाते हैं और फिर 2 दिनों बाद टॉयलेट से बदबू आने लगती है इस वजह से सभी गांव वाले टॉयलेट के पास फिर इकट्ठे हो जाते हैं और फैसला करते हैं की टॉयलेट तोड़कर यहां खोदा जाए
इतना सोच कर लोग खुदाई करना शुरू कर देते हैं कुछ दे खुदाई करने के बाद हाथ दिखाई देता है उसने वही लाल रंग की चूड़ियां पहनी होती है वह लाल चूड़ियां को देखकर कुछ कुछ समझ में आने लगता है फिर कुछ और खुदाई करते हैं तो रेशमा की लाश दिखाई देती
है उस लाश को देखकर सब चौक जाते हैं अरे भाई यह तो रेशमा की लाश है यहां कैसे आई साला शेरू तो बोल रहा था कि रेशमा उसे छोड़कर मायके चली गई है दाल में जरूर कुछ काला है थोड़ी और खुदाई करने पर शेरों की लाश भी मिल जाती है
उसकी लाश को देखकर सब समझ जाते हैं रेशमा की आत्मा ने ही शेरू को जमीन के अंदर घसीटा था फिर से बोला देखो भाई रेशमा की भी हाथ में वही चूड़ियां हैं जिसके टुकड़े टॉयलेट के ऊपर मिले थे यह शेरू ने ही उस बेचारी रेशमा का खून किया और यहां घर के पीछे गाड़ दिया कि किसी को कानो कान खबर न लग सके और इस तरह रेशमा का बदला पूरा हो जाता है और इसकी आत्मा को शांति मिल जाती है
और रेशमा वहीं दम तोड़ देती है शेरू कहता है अरे यह मैंने क्या कर दिया हे भगवान अगर किसी को पता चलेगा तो मुझे खून के जुर्म में जिंदगी भर जेल में ही रहना पड़ेगा क्या करूं क्या करूं एक काम करता हूं इसे घर के पीछे आंगन में गाड़ देता हूं किसी को कानो कान खबर नहीं होगी
फिर इतना सोच कर शेरू रेशमा की लाश को घर के पीछे गाड़ देता है फिर कुछ दिन बीत जाने पर जब रेशमा किसी को दिखाई नहीं देती तो एक गांव वाला रेशमा के बारे में पूछता है अरे शेरू भाई भाभी कहीं दिखाई नहीं दे रही क्या बात है शेरू कहता है क्या बताएं भाई वह मुझसे रोज लड़ लड़के परेशान हो गई थी और उसने मुझे तलाक दे दिया और मुझे छोड़कर वह मायके चली गई
टॉयलेट में कोई है horror story
तभी वह आदमी कहता है भाई यह तो बहुत बुरी बात है चलो तुम उदास मत हो तुम फिर दूसरी शादी के बारे में तैयार हो तो मेरी नजर में एक तलाक शुदा औरत है तुम कहो तो मैं तुम्हारी शादी की बात चलाऊं तभी शेरू कहता है हां भाई क्यों नहीं जरूर फिर कुछ दिनों में शेरू की शादी एक सीमा नाम की लड़की से हो जाती है
शादी की पहली रात सीमा कहती है अजी सुनिए टॉयलेट कहां है मुझे इस्तेमाल करना है शेरू हकला के कहता है टॉयलेट नहीं है तुम्हें बाहर ही जाना होगा सीमा चौक जाती है कहती है क्या आपके घर में टॉयलेट तक नहीं बना देखिए जी मुझे घर से बाहर जाने की आदत नहीं है आप कल ही टॉयलेट बनवाई नहीं तो मैं अपने मायके चली जाऊंगी इतना बोल कर सीमा सो जाती है
शेरू सोचरा है अरे यार यह तो छोड़कर जाने की धमकी दे रही है अब क्या करूं कहीं मैं फिर से अकेला ना पड़ जाऊं एक काम करता हूं कल टॉयलेट बनवा देता हूं नहीं तो यह भी रेशमा की तरह रोज-रोज चिक चिक करती रहेगी अगले दिन शेरू टॉयलेट बनवाने का काम शुरू कर देता है
और 2 दिन में टॉयलेट बनकर तैयार हो जाता है टॉयलेट को देखकर सीमा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा फिर रात होने पर शेरू शौक शौक में नहाने के लिए टॉयलेट में जाता है और मस्ती में नहाने लगता है तभी टॉयलेट की सीट से एक औरत का हाथ बाहर निकलता है
शेरू इस बात से अनजान होता है और वह हाथ शेरू की तरफ बढ़ता जाता है तभी सीमा शेरू को आवाज लगाती है इतनी रात गए हुए आपको नहाने की सुझ् रही है पता नहीं क्या शौक चल गया सीमा की आवाज सुनकर हांथ वापस चला जाता है
शेरू को बहुत मजा आ रहा था अरे वाह वाह ठंडे ठंडे पानी से नहाना चाहिए गाना आए या ना गाना चाहिए यह कहकर हंसने लगता है तभी हाथ टॉयलेट की सीट से बाहर निकलता है और पीछे से शेरू की गर्दन को पकड़ लेता है शेरू खूब छुड़ाने की कोशिश करता है
तब शेरू कहता है अरे यार कौन हो भाई मुझे क्यों मार रहे हो मुझे छोड़ दो मेरी गर्दन छोड़ दो फिर किसी तरह उस हाथ से अपनी गर्दन छुड़वा कर पीछे हट जाता है उस कटे हाथ को देखकर शेरू बहुत डर जाता है और उस कटे हाथ ने लाल रंग की चूड़ी पहनी होती है
तभी शेरू समझ जाता है ये कोई और नहीं यह रेशमा ही है शेरू अरे यह यहां कैसे आ गई कमबख्त वापस कैसे आई अरे मै मर गया सीमा बचाओ अरे कोई है अरे बचाओ जोर जोर से चिल्लाने लगता है और वह डर के मारे रोने लगता है
तभी वह कटा हाथ शेरू के ऊपर हमला कर देता है और इस बार उसकी गर्दन पकड़कर सीधे सीट के अंदर ले जाता है फिर शेरू कहता है अरे यह मैं कहां फस गया भगवान मेरी रक्षा करो अरे मर गया रे अरे गांव वालों मुझे बचाओ यह हाथ मुझे जमीन के अंदर ले जा रहा है
फिर शेरों की आवाज सुनकर सीमा वहां आती है अजी क्या हुआ आप ठीक तो है आप कुछ बोल क्यों नहीं रहे लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आती फिर वह अंदर जाने की कोशिश करती है लेकिन टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद होता है अब क्या करूं यह तो अंदर से बंद है
मुझे किसी से मदद लेनी होगी फिर वह भागकर उसके पड़ोस के घर जाती है श्याम भाई श्याम भाई कहां हैं आप क्या हुआ सीमा बहन तब सीमा श्याम को पूरी बात बताती है और श्याम कुछ गांव वालों को अपने साथ शुरू के घर लेकर जाता है और कहता है
शेरू भाई दरवाजा खोलो आप ठीक तो हैं क्या आप मुझे सुन सकते हो और गांव वाले शेरू को आवाज लगाते हैं मगर अंदर से कोई आवाज नहीं आती तभी एक आदमी कहता है श्याम भाई मुझे लग रहा है यह दरवाजा तोड़ना ही पड़ेगा और कुछ ही देर में टॉयलेट का दरवाजा टूट जाता है और वह तो अंदर घुस जाते हैं
लेकिन वहां शेरों का कोई नामोनिशान नहीं मिलता श्याम कहता है यहां तो कोई भी नहीं है सीमा बहन क्या आपको पक्का विश्वास है कि शेरू भाई टॉयलेट के अंदर ही थे सीमा बोली हां भैया कुछ देर पहले ही यह जोर-जोर से गाना गा रहे थे और फिर अचानक से आवाज आनी बंद हो गई मै इन्हें बहुत देर से आवाज लगा रही थी
मगर अंदर से कोई आवाज नहीं आई तभी एक आदमी कहता है मुझे भी लगता है शेरू भाई अंदर ही थे तभी टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद था और यहां कोई बड़ा सा रोशनदान भी नहीं है जिससे वह बाहर निकल सके श्याम रहता है तो फिर आखिर अपना शेरू भाई गया तो गया कहां
तभी उसकी नजर टॉयलेट सीट पर पड़ी टूटी चूड़ियां नजर जाती है श्याम कहता है सीमा भाभी यह टूटी चूड़ियां आपकी हैं सीमा कहती है नहीं नहीं मेरी तो एक भी चूड़ियां नहीं है श्याम बोला अगर यह आपकी नहीं है तो किस की चूड़ियां हैं आखिर कार यहां चूड़ियां आई कैसे
फिर गांव वाले टॉयलेट सीट के अंदर झांककर देखने लगते हैं दूसरा आदमी कहता है कहीं शेरू भाई शौक शौक में कहीं सीट के अंदर तो नहीं चले गए मुझे पक्का विश्वास है शेरू भाई टॉयलेट सीट के अंदर गए होंगे अंग्रेजी सीट काम कैसे करती है
फिर कुछ देर इधर-उधर देखने पर भी उनके हाथ कुछ नहीं लगता फिर सभी परेशान होकर चले जाते हैं और फिर 2 दिनों बाद टॉयलेट से बदबू आने लगती है इस वजह से सभी गांव वाले टॉयलेट के पास फिर इकट्ठे हो जाते हैं और फैसला करते हैं की टॉयलेट तोड़कर यहां खोदा जाए
इतना सोच कर लोग खुदाई करना शुरू कर देते हैं कुछ दे खुदाई करने के बाद हाथ दिखाई देता है उसने वही लाल रंग की चूड़ियां पहनी होती है वह लाल चूड़ियां को देखकर कुछ कुछ समझ में आने लगता है फिर कुछ और खुदाई करते हैं तो रेशमा की लाश दिखाई देती
है उस लाश को देखकर सब चौक जाते हैं अरे भाई यह तो रेशमा की लाश है यहां कैसे आई साला शेरू तो बोल रहा था कि रेशमा उसे छोड़कर मायके चली गई है दाल में जरूर कुछ काला है थोड़ी और खुदाई करने पर शेरों की लाश भी मिल जाती है
उसकी लाश को देखकर सब समझ जाते हैं रेशमा की आत्मा ने ही शेरू को जमीन के अंदर घसीटा था फिर से बोला देखो भाई रेशमा की भी हाथ में वही चूड़ियां हैं जिसके टुकड़े टॉयलेट के ऊपर मिले थे यह शेरू ने ही उस बेचारी रेशमा का खून किया और यहां घर के पीछे गाड़ दिया कि किसी को कानो कान खबर न लग सके और इस तरह रेशमा का बदला पूरा हो जाता है और इसकी आत्मा को शांति मिल जाती है
टॉयलेट में कोई है
Reviewed by Anand Singh
on
May 15, 2020
Rating:
No comments: