सच्ची मोहब्बत
एक लड़का दसवीं कक्षा में पढ़ता था उसका नाम सुमित था सुमित अपनी क्लास में किसी से बात नहीं करता था जैसे-जैसे वक्त बीतते गए वह धीरे धीरे सबसे बात करने लगा और सभी लड़के सुमित से बात करने लगे ऐसे करते-करते लगभग 5 महीने बीत गए
लेकिन क्लास में एक लड़की ना तो किसी से बात करती थी ना किसी की तरफ देखती थी उसका नाम शीतल था शायद शीतल को इन सब चीजों में कोई इंटरेस्ट नहीं था सुमित को अपने दोस्तों के साथ घूमने में खोजने में खाने में बहुत मजा आता था
एक दिन सुमित के दोस्तों ने सुमित से शर्त लगाने को कहा सुमित बोला किस चीज पर शर्त लगा हूं तब उसके दोस्त बोलें अगर तुझ में हिम्मत है तो शीतल को परपोज करके दिखा बस तेरे पास एक महीना है सुमित डर गया था लेकिन दोस्तों वही बात है कि जो काम कभी नहीं हो सकता उसे दोस्त करवा देते हैं
सुमित के दोस्तों ने कहा सुमित तू कर सकता है भाई सुमित ने अपने दोस्तों का चैलेंज स्वीकार कर लिया अगले दिन सुमित स्कूल में आया और हिम्मत करके शीतल को शीतल को हाय बोल दिया शीतल ने सुमित को हेलो कहां फिर सुमित बोला आपने मैथ का काम कर लिया शीतल बोली हां मैंने अपना मैथ का काम कर लिया है
हमें पूरा मेरा मैथ का काम पूरा नहीं हुआ है कृपया आप मुझे अपनी मैच की कॉपी दोगी शीतल उसे अपनी मैथ की कॉपी दे देती है और सुमित उस की मैथ की कॉपी लेकर चला जाता है अगले दिन सुबह उसे उसकी मैथ की कॉपी वापिस दे देता है पहले दिन दोनों की सिर्फ इतनी ही बात होती है
फिर 6 , 7 दिन तक सुमित शीतल से बात करता रहता और वो जवाब देती रहती ऐसा करते करते 10, 15 दिनों में सुमित ने सीता के बारे में सब कुछ जान लिया था फिर सुमित ने सोचा कि अब वह वक्त आ गया है कि मैं उसे परपोज कर दूं
क्योंकि एक महीना होने में सिर्फ 7 दिन रह गए थे सुमित उसको 1 दिन पहले ही प्रपोज करना चाहता था लेकिन शीतल 2 दिन स्कूल नहीं आई तब सुमित डर गया था कहीं शीतल 7 दिन तक स्कूल ही ना आए अगर वो 7 दिन तक स्कूल नहीं आई तो
सुमित को शीतल से प्यार होने लगा था उसे यकीन था कि वह जरूर आएगी सुमित ने उसका बहुत इंतजार किया शीतल 1 दिन पहले स्कूल आ गई सुमित नहीं बिना सोचे समझे आंख बंद करके शीतल को आई लव यू बोल दिया जब सुमित ने आंखें खोली तो शीतल सामने नहीं थी
वह जाकर ब्रांच पर बैठ गई थी सुमित उसके पास गया और जवाब मांगा शीतल बोली सोच कर बताऊंगी कुछ देर बाद क्लास खत्म हो गई तभी अचानक एक लड़की सुमित के पास आई और कहने लगी आपको शीतल बुला रही है
स्वीट गर्ल गया था लेकिन जैसे ही वह शीतल के पास गया उसने सुमित के कान में आई लव यू बोल दिया शीतल के आई लव यू बोलते ही मुझको ऐसा लगा कि जैसे उसने सारा जग जीत लिया हो उसकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा
दोनों का प्यार ऐसे ही चलता रहा करते-करते दोनों ने 12वीं पास कर ली फिर दोनों ने एक साथ एक ही कॉलेज में एडमिशन लिया शीतल बस से आया जाया करती थी और सुमित ट्रेन से सुमित रोज शीतल को बस स्टैंड तक छोड़ने जाता था दोनों बहुत खुश थे
1 दिन सुमित किसी जरूरी काम से कॉलेज नहीं गया लिटिल सुमित को अच्छा नहीं लग रहा था जब शीतल के कॉलेज की छुट्टी हुई तो शीतल ने फोन किया और बताइए की छुट्टी हो गई है मैं घर पहुंचकर फोन करूंगी
लेकिन काफी देर हो गई थी कि शीतल का कोई फोन नहीं आया पूरी रात बीत गई सुबह हो गई लेकिन उसका कोई फोन नहीं आया सुमित कॉलेज गया और अपने दोस्तों से पूछा तो उसके दोस्तों ने बताया कि कल रोड करते समय उसका एक्सीडेंट हो गया था
सुमित को अपने दोस्तों की बात पर विश्वास नहीं हो रहा था लेकिन यह बात सच थी जब सुमित को पता चला कि शीतल का एक्सीडेंट हो गया है और वह अब इस दुनिया में नहीं रही तो मानो की सुमित के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई हो वह पागलों की तरह रोने लगा उससे शीतल की जुदाई का गम बरदास नहीं हुआ और उसने भी आत्महत्या कर ली इस तरह शीतल और सुमित इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनका प्यार सच्चा था
लेकिन क्लास में एक लड़की ना तो किसी से बात करती थी ना किसी की तरफ देखती थी उसका नाम शीतल था शायद शीतल को इन सब चीजों में कोई इंटरेस्ट नहीं था सुमित को अपने दोस्तों के साथ घूमने में खोजने में खाने में बहुत मजा आता था
एक दिन सुमित के दोस्तों ने सुमित से शर्त लगाने को कहा सुमित बोला किस चीज पर शर्त लगा हूं तब उसके दोस्त बोलें अगर तुझ में हिम्मत है तो शीतल को परपोज करके दिखा बस तेरे पास एक महीना है सुमित डर गया था लेकिन दोस्तों वही बात है कि जो काम कभी नहीं हो सकता उसे दोस्त करवा देते हैं
सच्ची मोहब्बत love story
सुमित के दोस्तों ने कहा सुमित तू कर सकता है भाई सुमित ने अपने दोस्तों का चैलेंज स्वीकार कर लिया अगले दिन सुमित स्कूल में आया और हिम्मत करके शीतल को शीतल को हाय बोल दिया शीतल ने सुमित को हेलो कहां फिर सुमित बोला आपने मैथ का काम कर लिया शीतल बोली हां मैंने अपना मैथ का काम कर लिया है
हमें पूरा मेरा मैथ का काम पूरा नहीं हुआ है कृपया आप मुझे अपनी मैच की कॉपी दोगी शीतल उसे अपनी मैथ की कॉपी दे देती है और सुमित उस की मैथ की कॉपी लेकर चला जाता है अगले दिन सुबह उसे उसकी मैथ की कॉपी वापिस दे देता है पहले दिन दोनों की सिर्फ इतनी ही बात होती है
फिर 6 , 7 दिन तक सुमित शीतल से बात करता रहता और वो जवाब देती रहती ऐसा करते करते 10, 15 दिनों में सुमित ने सीता के बारे में सब कुछ जान लिया था फिर सुमित ने सोचा कि अब वह वक्त आ गया है कि मैं उसे परपोज कर दूं
क्योंकि एक महीना होने में सिर्फ 7 दिन रह गए थे सुमित उसको 1 दिन पहले ही प्रपोज करना चाहता था लेकिन शीतल 2 दिन स्कूल नहीं आई तब सुमित डर गया था कहीं शीतल 7 दिन तक स्कूल ही ना आए अगर वो 7 दिन तक स्कूल नहीं आई तो
सुमित को शीतल से प्यार होने लगा था उसे यकीन था कि वह जरूर आएगी सुमित ने उसका बहुत इंतजार किया शीतल 1 दिन पहले स्कूल आ गई सुमित नहीं बिना सोचे समझे आंख बंद करके शीतल को आई लव यू बोल दिया जब सुमित ने आंखें खोली तो शीतल सामने नहीं थी
वह जाकर ब्रांच पर बैठ गई थी सुमित उसके पास गया और जवाब मांगा शीतल बोली सोच कर बताऊंगी कुछ देर बाद क्लास खत्म हो गई तभी अचानक एक लड़की सुमित के पास आई और कहने लगी आपको शीतल बुला रही है
स्वीट गर्ल गया था लेकिन जैसे ही वह शीतल के पास गया उसने सुमित के कान में आई लव यू बोल दिया शीतल के आई लव यू बोलते ही मुझको ऐसा लगा कि जैसे उसने सारा जग जीत लिया हो उसकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा
दोनों का प्यार ऐसे ही चलता रहा करते-करते दोनों ने 12वीं पास कर ली फिर दोनों ने एक साथ एक ही कॉलेज में एडमिशन लिया शीतल बस से आया जाया करती थी और सुमित ट्रेन से सुमित रोज शीतल को बस स्टैंड तक छोड़ने जाता था दोनों बहुत खुश थे
1 दिन सुमित किसी जरूरी काम से कॉलेज नहीं गया लिटिल सुमित को अच्छा नहीं लग रहा था जब शीतल के कॉलेज की छुट्टी हुई तो शीतल ने फोन किया और बताइए की छुट्टी हो गई है मैं घर पहुंचकर फोन करूंगी
लेकिन काफी देर हो गई थी कि शीतल का कोई फोन नहीं आया पूरी रात बीत गई सुबह हो गई लेकिन उसका कोई फोन नहीं आया सुमित कॉलेज गया और अपने दोस्तों से पूछा तो उसके दोस्तों ने बताया कि कल रोड करते समय उसका एक्सीडेंट हो गया था
सुमित को अपने दोस्तों की बात पर विश्वास नहीं हो रहा था लेकिन यह बात सच थी जब सुमित को पता चला कि शीतल का एक्सीडेंट हो गया है और वह अब इस दुनिया में नहीं रही तो मानो की सुमित के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई हो वह पागलों की तरह रोने लगा उससे शीतल की जुदाई का गम बरदास नहीं हुआ और उसने भी आत्महत्या कर ली इस तरह शीतल और सुमित इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनका प्यार सच्चा था
सच्ची मोहब्बत
Reviewed by Anand Singh
on
June 08, 2020
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